Chhawla Gang Rape Case: सुप्रीम कोर्ट ने 10 साल पुराने छावला गैंगरेप के तीनों आरोपियों को बरी कर दिया। दिल्ली सरकार अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पूर्नविचार याचिका दायर करेंगी। दिल्ली के LG वीके सक्सेना ने साल 2012 में छावला में हुए बलात्कर मामले में बरी किए गए तीनों दोषियों के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार को पूर्नविचार याचिका दायर करने को लेकर मंजूरी दे दी है।

AAP दायर करेगी पूर्नविचार याचिका

AAP जल्दी ही इस मामले में पूर्नविचार याचिका दायर करेगी। इसके अलावा इस केस में प्रतिनिधित्व करने के लिए SG ऐश्वर्या भाटी और अतिरिक्त SG तुषार मेहता की नियुक्ति को भी मंजूरी दी है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने छावला बलात्कार मामले में तीनों आरोपियों को नवंबर के शुरुआती सप्ताह में बरी करने के आदेश दे दिए थे। अदालत ने कहा था कि अभियोजन पक्ष पर्याप्त सबूत पेश नहीं कर पाया है। जिसके चलते तीनों को बरी कर दिया गया।

सुप्रीम कोर्ट ने बदला HC का फैसला

बता दें कि घटना के तीन दिन बाद पीड़िता का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया था। उसके शरीर पर गहरे जख्म थे। हाई कोर्ट ने इस मामले में तीन आरोपियों को दोषी ठहराया था और मौत की सजा सुनाई थी। मगर सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत का फैसला बदल दिया और आरोपियों को बरी कर दिया।