India News(इंडिया न्यूज), China: चीन इन दिनों आर्थिक मंदी से गुजर रहा है। इस मंदी के बीच स्थिर नौकरी पाने की उम्मीद में आज (रविवार) 30 लाख से अधिक लोग चीनी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए। राज्य के मीडिया के मुताबिक, विभिन्न सरकारी विभागों और उनकी शाखाओं में भर्ती के लिए 2.25 मिलियन से अधिक लोग चीन की वार्षिक सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुएं।

  • 57 में से एक परीक्षार्थी परीक्षा उत्तीर्ण करेगा परीक्षा
  • कम कमाई सही है बेरोजगारी नहीं

दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

बता दें कि China दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इसके बावजूद चीन बेरोजगारी की अत्यधिक उच्च दर का सामना कर रहा है। खासकर युवाओं के बीच बेरोजगारी चरम पर है। जिसके कारण चीनी युवा निजी क्षेत्र की नौकरी के विपरीत सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे हैं। कंपनियां बड़ी संख्या में कर्मचारियों को निकाल रही हैं। वहीं कई कंपनियां भी पूरी तरह से बंद कर रही हैं। इस बात को लेकर चीनी युवाओं ने अपनी राय सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किया है। युवाओं का कहना है कि यह बिल्कुल भी स्थिर नहीं है। इस वजह से एक सिविल सेवक बनना चाहेंगे। कम कमाई सही है बेरोजगार नहीं होना है।

प्रशासन ने क्या कहा

China के राष्ट्रीय सिविल सेवा प्रशासन ने कहा कि 2.61 मिलियन से अधिक आवेदकों ने अपने फॉर्म जमा किए थे। जिनमें से 2.25 मिलियन से अधिक रविवार की परीक्षा में उपस्थित हुए। प्रशासन ने कहा कि 57 में से एक परीक्षार्थी परीक्षा उत्तीर्ण करेगा और केंद्र सरकार द्वारा भर्ती किया जाएगा। राज्य के समय के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में सिविल सेवा नौकरियों की संख्या में वृद्धि हुई है। 2022 सिविल सेवा परीक्षा के लिए, 2.6 मिलियन उम्मीदवारों ने 37,100 रिक्तियों के लिए प्रतिस्पर्धा की थी। राष्ट्रीय सिविल सेवा 2023 परीक्षा के साथ, चीन 2024 से केंद्रीय एजेंसियों और संस्थानों में काम करने के लिए 39,600 सिविल सेवकों की भर्ती करने की योजना बना रहा है।

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