India News (इंडिया न्यूज), City of Prime Minister: देश के कई शहरों का अपना एक इतिहास रहा है। साथ ही भारत के कई शहरों की अपनी अलग-अलग कहानियां हैं। बता दें कि, देश में एक ऐसा शहर भी है जिसे ‘प्रधानमंत्री का शहर’ कहा जाता है। दरअसल, इस शहर ने देश को अब तक सात प्रधानमंत्री दिए हैं। यह कोई और नहीं बल्कि प्रयागराज (इलाहाबाद) है जो अपने भीतर कई कहानियां समेटे हुए है। उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े शहरों में से एक प्रयागराज को संगम नगरी के नाम से भी जानते हैं। जहां तीन नदियों गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है। संगम स्थल को त्रिवेणी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में इस स्थान का बेहद खास महत्व है और इसे पवित्र माना जाता है।
आइए जानते हैं इस शहर से कौन-कौन प्रधानमंत्री बने:-
पंडित जवाहरलाल नेहरू
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म साल 1889 में प्रयागराज (इलाहाबाद) में हुआ था। तब लोग इस शहर को इलाहाबाद के नाम से जानते थे। बता दें कि, आजादी के बाद जब पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने यहां की फूलपुर संसदीय सीट से चुनाव जीता और फिर वे यहां से तीन बार सांसद चुने गए।
लाल बहादुर शास्त्री
भारत को ‘जय जवान जय किसान’ का नारा देने वाले देश के दूसरे पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने 1957 और 1962 में प्रयागराज से लोकसभा चुनाव जीता था। लाल बहादुर शास्त्री 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
इंदिरा गांधी
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री और पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी का जन्म भी प्रयागराज में हुआ था। वह 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तक इस पद पर रहीं। इसके बाद वह साल 1980 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनीं।
राजीव गांधी
राजीव गांधी ने अपनी मां और पीएम इंदिरा गांधी की मौत के बाद प्रधानमंत्री का पद संभाला। राजीव गांधी को प्रयागराज शहर से बेहद लगाव था। राजीव गांधी और अभिनेता अमिताभ बच्चन की दोस्ती जगजाहिर है। उनके कहने पर ही अमिताभ बच्चन ने इलाहाबाद से चुनाव लड़ा था। वहीं राजीव गांधी के पीएम रहने के दौरान प्रयागराज का खूब विकास हुआ। नैनी स्थित हिंदुस्तान केबल फैक्ट्री राजीव गांधी की देन है। राजीव गांधी 1984 से 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
गुलजारीलाल नंदा
देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में गुलजारीलाल नंदा दो बार सेवाएं दी। पहली बार 1964 में और दूसरी बार 1966 में और दोनों बार वे 13 दिनों के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे। गुलजारीलाल नंदा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन और लॉ की पढ़ाई की।
विश्वनाथ प्रताप सिंह
देश के आठवें प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह का जन्म प्रयागराज में ही हुआ था। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कला और कानून की पढ़ाई की। वीपी सिंह 1989 से 1990 तक 343 दिनों तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
चंद्रशेखर
देश के 9वें प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया में हुआ था। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए किया। साथ ही उन्होंने राजनीति की शुरुआत भी प्रयागराज से की। चंद्रशेखर 1990 से 1991 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।