India News (इंडिया न्यूज), CJI DY Chandrachud: तिरुमाला श्रीवारी मंदिर (तिरुपति बालाजी मंदिर) में लड्डू विवाद के बीच भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ रविवार (29 सितंबर) को तिरुमाला श्रीवारी मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने भगवान श्री वेंकटेश्वर की पूजा की। वहीं परिवार के सदस्यों के साथ, वैकुंठ कतार परिसर में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अधिकारियों द्वारा उनका पारंपरिक सम्मान के साथ स्वागत किया गया। जानकारी के अनुसार, विशेष वैकुंठ कतार से मंदिर में प्रवेश करने के बाद, CJI ने प्राचीन पहाड़ी मंदिर के गर्भगृह का दौरा किया।

CJI ने पद्मावती अम्मावरु मंदिर में की पूजा

बता दें कि, तिरुपति बालाजी दर्शन के बाद न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ और उनके परिवार को रंगनायकुला मंडपम में पुजारियों ने आशीर्वाद दिया। टीटीडी की कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने CJI को तीर्थ प्रसाद और देवता की एक तस्वीर भेंट की। मंदिर प्रबंधन ने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ ने रविवार को तिरुमाला श्रीवारी मंदिर का दौरा किया और श्री वेंकटेश्वर के पीठासीन देवता की पूजा-अर्चना की। इससे पहले शनिवार (28 सितंबर) को सीजेआई ने तिरुचनूर में श्री पद्मावती अम्मावरु मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।

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तिरुपति लड्डू विवाद के बीच दौरा

सीजेआई का यह दौरा मंदिर के प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू प्रसादम से जुड़े विवाद के बीच हुआ है। दरअसल, पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के कार्यकाल में पवित्र प्रसाद में पशु वसा के इस्तेमाल के आरोपों के कारण पिछले कुछ दिनों से काफी हंगामा मचा हुआ है। खबर आने के बाद से लोगों में काफी आक्रोश है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि प्रसादम में लार्ड (सुअर की चर्बी) युक्त घटिया घी पाया गया था। जिसकी पुष्टि लैब रिपोर्ट आने के बाद टीटीडी ने की है। वहीं, इस मामले में राजनीति भी जमकर हो रही है। टीडीपी सरकार जहां पूर्ववर्ती वाईएसआरसीपी सरकार की आलोचना कर रही है। वहीं पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी का कहना है कि प्रशासन ने आरोपों का पुरजोर खंडन किया है।

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