India News (इंडिया न्यूज़), New Delhi, Coalition ‘India: विपक्ष के गठबंधन ‘इंडिया’ के नेताओं के छपे पोस्टर में राहुल गांधी को सबसे आगे और आम आदमी पार्टी (AAP)के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पोस्टर से गायब करने को लेकर, बवाल होने के बाद अब कांग्रेस ने बुधवार को इसे हटाकर एक नया पोस्टर तैयार किया है। जिसमे लोकसभा चुनाव में बीजेपी नीत एनडीए से मुकाबले को लेकर विपक्ष द्वारा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की फोटो को लगाया गया है।

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि, मुंबई में गुरुवार को गठबंधन ‘इंडिया’की दो दिवसीय बैठक होने वाली है जिससे पहले ही कांग्रेस द्वारा एक्स के माध्यम से एक पोस्टर को शेयर किया गया था, जिसमें राहुल गांधी को I.N.D.I.A गठबंधन का नेतृत्व करते हुए सबसे आगे दिखाया गया था और उसमें अरविंद केजरीवाल का चेहरा गायब कर दिया गया था। जिसके बाद अब कांग्रेस ने उसे हटाते हुए एक नये पोस्टर को जारी किया है।

नए पोस्टर में विपक्ष दल के मुख्यमंत्रियों की लगाई गई फोटो

जारी किये गये नए पोस्टर में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, केरल के सीएम पिनराई विजयन, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और पंजाब के सीएम भगवंत मान की तस्वीरो को शामिल किया गया हैं।

विपक्ष द्वारा जारी इस नये पोस्टर के विवाद पर तंज कसते हुए भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला कहते हैं कि,

‘गठबंधन का कोई मिशन नहीं है और यह राहुल गांधी के लिए एक लॉन्च ह्विकल बन गया है।’

गठबंधन परिवर्तन लाने में एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा

एनसीपी के सुप्रीमों शरद पवार बुधवार को कहा कि, 31 अगस्त और 1 सितंबर को इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक में शामिल 28 राजनीतिक दलों के 63 प्रतिनिधि शामिल होंगे। वहीं इसके साथल ही मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि, विपक्षी गठबंधन राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए एक मजबूत विकल्प देगा।

सोनिया गांधी भी होंगी बैठक में शामिल

इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के द्वारा कहा गया कि, सोनिया गांधी मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होंगी और बैठक के दौरान गठबंधन के आधिकारिक लोगो का अनावरण भी किया जाएगा, जहां विपक्षी नेता 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अपने एजेंडे पर चर्चा करेंगे।

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