India News (इंडिया न्यूज), Conflict In India Alliance : विपक्षी गठबंधन आई.एन.डी.आई.ए. ब्लॉक में कई मुद्दों पर आम सहमति न बन पाने के कारण पार्टियों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। इसके कारण आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन के नेता अब आपस में ही भिड़ने लगे हैं। इसी कड़ी में उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी इन दिनों कांग्रेस से किनारा कर रही है।

इतना ही नहीं पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कांग्रेस अधिवेशन को लेकर सवाल उठाए गए हैं। सामना के संपादकीय में कहा गया है कि कांग्रेस ने सिर्फ अपने बारे में बात की। कहीं भी भारत गठबंधन का जिक्र नहीं हुआ। कांग्रेस को अपने अहमदाबाद अधिवेशन में इस बारे में बात करनी चाहिए थी।

सामना के संपादकीय में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव के बाद भारत ब्लॉक कहां खड़ा है, इस पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस को अपने अहमदाबाद अधिवेशन में इस बारे में बात करनी चाहिए थी। गठबंधन का क्या हुआ? क्या यह जमीन में दब गया या हवा में गायब हो गया? इस सवाल का जवाब देना कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी है।

तहव्वुर राणा को लेकर आमने-सामने

हाल के दिनों की बात करें तो तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को लेकर दोनों पार्टियों के बीच तनातनी चल रही है, जिसके बाद साफ तौर पर दरार दिखाई दे रही है। दरअसल, बीजेपी की धुर विरोधी उद्धव की शिवसेना ने भी इस मुद्दे पर सरकार का साथ दिया और उनके फैसले को स्वागत योग्य बताया। वहीं, कांग्रेस पार्टी के नेता कन्हैया कुमार ने तहव्वुर राणा मामले को सोची-समझी साजिश करार दिया है।

इसके अलावा शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने राणा पर बयान देते हुए कहा कि उसका प्रत्यर्पण स्वागत योग्य है और कन्हैया कुमार का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण देश की उपलब्धि है। तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण करवाने वालों ने जो फैसला और कदम उठाया है, वह स्वागत योग्य है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी दिखी थी खटास

दरअसल, इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस और उद्धव सेना के बीच खटास देखने को मिली थी। दरअसल संजय राउत ने चुनावों में आम आदमी पार्टी के प्रति कांग्रेस के रवैये पर असंतोष जताया था। उस समय उन्होंने कहा था कि आप और कांग्रेस दोनों ही इंडिया ब्लॉक के सदस्य हैं और उन्हें आपस में लड़ने की बजाय बीजेपी के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।

‘मस्जिदों के नाम पर जमीनों का अतिक्रमण, बंद हो लाउडस्पीकर्स…’ बीजेपी के कद्दावर नेता ने सरकार से कर दी बड़ी मांग

वक्फ के खिलाफ मुर्शिदाबाद में हिंसक प्रदर्शन, उग्र भीड़ ने हिंदू पिता-पुत्र को पीट-पीटकर मारा, इलाके में मची सनसनी