India News (इंडिया न्यूज), Congress FIR Against BJP: कांग्रेस ने रविवार (5 मई) को भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा सहित भाजपा के तीन नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। साथ ही भाजपा की कर्नाटक इकाई द्वारा एक्स पर पोस्ट की गई एक एनिमेटेड क्लिप को लेकर चुनाव आयोग से भी संपर्क किया। जिसमें एक कैरिकेचर दिखाया गया था। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) की अनदेखी करते हुए मुसलमानों को धन वितरित करने का विवरण। दरअसल, 17 सेकंड का यह वीडियो भाजपा के उस आरोप के अनुरूप प्रतीत होता है कि कांग्रेस का लक्ष्य अन्य वर्गों पर मुस्लिम समुदाय को प्राथमिकता देना है। जो प्रधानमंत्री मोदी सहित कई भाजपा नेताओं की पृष्ठभूमि में आया है।
कांग्रेस ने दर्ज कराया मामला
बता दें कि कांग्रेस नेता रमेश बाबू ने आईपीसी की धारा 505 (2) (सार्वजनिक उत्पात फैलाने वाला बयान) के तहत नड्डा, भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और पार्टी की कर्नाटक इकाई के प्रमुख बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 (वर्गों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) लगाई गई है। केंद्रीय पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) टी शेखर ने कहा कि हमने केपीसीसी सदस्य रमेश बाबू की शिकायत पर नड्डा, विजयेंद्र और मालवीय के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जांच जारी है। वहीं कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दी गई शिकायत में कांग्रेस ने कहा कि भाजपा का इरादा क्लिप के जरिए समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना है।
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चुनाव आयोग में किया शिकायत
कांग्रेस के पत्र में कहा गया है कि यह स्पष्ट है कि उनके द्वारा वीडियो सोशल मीडिया पोस्ट एससी/एसटी समुदाय के सदस्यों को कांग्रेस पार्टी को वोट न देने के लिए डराने-धमकाने के लिए है, यह कहकर कि उनके लिए आरक्षित धन मुस्लिमों द्वारा हड़प लिया जाएगा। पत्र में आगे लिखा गया कि आरोपी व्यक्ति का कृत्य जानबूझकर दंगा भड़काना और विभिन्न धर्मों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना है और एससी/एसटी समुदाय के सदस्यों को विशेष उम्मीदवार को वोट न देने के लिए डराने-धमकाने और एससी/एसटी समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दुश्मनी पैदा करने के अलावा सद्भाव बनाए रखने के लिए हानिकारक है।