India News (इंडिया न्यूज), Tahawwur Hussain Rana : तहव्वुर हुसैन राणा के भारत प्रत्यर्पण से लोगों को राहत मिली है कि सैकड़ों लोगों की हत्या की साजिश रचने वाले को देश में सजा मिलेगी। लेकिन दूसरी तरफ इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने अप्रत्याशित रूप से तहव्वुर हुसैन राणा के प्रति सहानुभूति दिखाई है और कहा है कि उसे सुनवाई का पूरा मौका दिया जाना चाहिए। इसके बाद हंगामा मच गया है। भाजपा ने इस पर जोरदार पलटवार किया है। वहीं, इंटरनेट पर यूजर्स भड़के हुए हैं।
कांग्रेस नेता ने क्या कहा?
एनआई से बात करते हुए पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि, तहव्वुर राणा और डेविड कोलमैन हेडली, इन दोनों का नाम मुंबई पुलिस ने 2009 में प्रत्यर्पण के लिए रखा था। उसके बाद पुलिस जांच भी हुई। हमारे वकील अमेरिका भी गए। लेकिन राणा ने अपना जुर्म कबूल नहीं किया और हेडली ने कबूल कर लिया। हमारी मांग है कि अजमल कसाब की तरह… उसे अपना बचाव करने का अधिकार मिले और पूरी सुनवाई हो और उसे सजा मिले। इसी तरह राणा को भी पूरे ट्रायल का अधिकार मिलना चाहिए। और फिर उसे सजा मिलनी चाहिए। दुनिया इस ट्रायल को देखेगी कि भारत में कानून का राज है या कंगारू कोर्ट।
चौहान के अलावा कुछ और नेताओं ने राणा के प्रति नरम रुख दिखाया है। और कहा है कि उसे ‘कानूनी सहायता’ दी जानी चाहिए, और कपिल सिब्बल या अभिषेक मनु सिंघवी जैसे नामी वकीलों को उसका केस लड़ने के लिए आगे आना चाहिए। उनका कहना है कि हर आरोपी को अपनी बात रखने का अधिकार है, चाहे वह कितना भी बड़ा अपराधी क्यों न हो।
सोशल मीडिया पर भड़के यूजर
चौहान के बयान के बाद इंटरनेट पर यूजर भड़क गए हैं। और कांग्रेस और उसके नेताओं की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इसे लेकर एक यूजर ने लिखा कि, क्या कांग्रेस अब आतंकियों का बचाव करेगी? वहीं, दूसरे ने पूछा कि क्या राणा को भी कसाब जैसा न्याय मिलना चाहिए? इसके अलावा कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि भारत में कानून का राज है, यह दिखना चाहिए। वहीं, बीजेपी समर्थक कांग्रेस पर आतंकियों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगा रहे हैं।