India News (इंडिया न्यूज़),Haryana Chunav 2024 : बुधवार देर रात जब कांग्रेस ने प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों की घोषणा की तो उनमें तिगांव क्षेत्र का नाम गायब था। कुछ देर बाद पता चला कि कांग्रेस पार्टी ने यहां से पूर्व विधायक और रॉबर्ट वाड्रा के करीबी ललित नागर को टिकट नहीं दिया है। पार्टी ने तिगांव से ललित नागर का टिकट काटकर वरिष्ठ नेता यशपाल नागर के बेटे रोहित नागर को मैदान में उतारा है।

उमड़ा आंसुओं का सैलाब

हरियाणा चुनाव के सियासी घमासान में आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। फरीदाबाद के तिगांव से पूर्व कांग्रेस विधायक ललित नागर अपनी टिकट कटने से बुरी तरह रो पड़े हैं। उन्होंने रोते हुए कहा कि मेरी राजनीति की हत्या कर दी गई है। मैंने 15 साल तक घर-घर जाकर कांग्रेस के लिए मेहनत की। तिगांव की जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। तिगांव विधानसभा में पैसों का बड़ा खेल हुआ है।

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2014 में बने थे विधायक

ललित नागर ने 2014 में इस सीट से चुनाव जीता था और भाजपा के राजेश नागर को हराकर विधायक बने थे और 2019 में भी उन्होंने टिकट लेकर चुनाव लड़ा था, लेकिन तब इसके उलट भाजपा के राजेश नागर ने उन्हें 33841 वोटों के अंतर से हरा दिया था।

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ईडी की छापेमारी

अब एक बार फिर ललित नागर टिकट के प्रबल दावेदार थे। ललित नागर राहुल गांधी परिवार के बेहद करीबी हैं और उनके भाई महेश नागर गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बेहद करीबी हैं। ललित नागर और महेश नागर के आवासों पर ईडी ने कई बार छापेमारी की है। बुधवार रात तक माना जा रहा था कि उन्हें टिकट मिल जाएगा, लेकिन पता चला है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता यशपाल नागर के बेटे रोहित नागर ने हाईकमान में अपने संबंधों के चलते इस सीट पर अड़चनें पैदा कर दी हैं।

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