India News(इंडिया न्यूज), Vinod Lamba About Congress: हरियाणा विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में कांग्रेस के खेमे में कई सारे दावेदारों के लिए आवेदन आए हैं। जिसको लेकर उन्होंने खुलकर बात की है। कांग्रेस के खेमे में टिकट दावेदार को लेकर जो बड़ी खबर सामने आई है। उसमें कई तरह के आंकड़ों को देखा गया है।

कांग्रेस का खेमा आवेदन से भरा

बता दे कि कांग्रेस हरियाणा चुनाव के लिए टिकट दावेदारी पर कई लोगों के आवेदनों को ले रहा है। ऐसे में कांग्रेस के पास हरियाणा के 90 विधानसभा सिटें हैं। जिसके लिए अब तक 1100 से ज्यादा टिकट की दावेदारी की आवेदन आ चुके हैं। कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने मेले में आवेदन मांगे थे। वही बता दे की हर विधानसभा में औसतम 100 से ज्यादा दावेदारों के दावे को देखा गया है। ऐसे में 31 जुलाई तक आवेदन की आखिरी तारीख को रखा जा चुका है।

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2000 तक आ सकते हैं आवेदन

इसके साथ ही अब तक की जानकारी में पता चला है कि कांग्रेस के सूत्रों ने यह भी कहा है कि 2000 से ज्यादा आवेदन आ सकते हैं। कांग्रेस के लीडर ज्यादा टिकट की दावेदारी से बिल्कुल भी परेशान नजर नहीं आ रहे हैं। उनका कहना है कि यह कांग्रेस की दावेदारी को दिखाने के साथ-साथ लोगों में कांग्रेस के माहौल के पक्ष को भी दिखता है।

अक्टूबर में होगा चुनाव

किसी के साथ बता दे की अक्टूबर में होने वाली हरियाणा विधानसभा चुनाव और सितंबर तक हरियाणा में आचार संहिता लगेगी। उससे पहले ही टिकट की दावेदारी में अलग-अलग दलों के अलग-अलग रणनीतियों को देखा जाने वाला है, लेकिन कांग्रेस के खेमे में हमें जो जानकारी सामने मिली है। उसके मुताबिक अब तक कांग्रेस के पास 1100 से ज्यादा नेता टिकट मांगने के लिए आवेदन कर चुके हैं हालांकि कांग्रेस के नेता चाहे तो लोकसभा चुनाव में जीरो से पांच सीट जीतने वाले कांग्रेस के लिए टिकट बंटवारा एक सर दर्द बन चुका है।

कैप्टन अजय सिंह यादव, श्रुति चौधरी की टिकट काटने और करण दलाल को टिकट न मिलने पर पहले ही बवाल काफी तेज है। जिसके बाद किरण चौधरी और श्रुति चौधरी कांग्रेस छोड़ अब भाजपा में जा चुकी है।

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ITV नेटवर्क की जानकारी

उसके साथ ही बता दे कि अब तक हरियाणा में राज्यसभा में उम्मीदवारों को लेकर ITV नेटवर्क की पुख्ता जानकारी में यह पता चला है कि अगर अभी से ही 1100 आवेदन बाहर से आ चुके हैं। तो ऐसे में उन नेताओं और विधायकों को डर है, जिन्होंने पिछले चुनाव में अपने हिस्सेदारी दिखाई थी और कई सालों से पार्टी के साथ ईमानदारी से जुड़े हुए हैं। उनका कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो कुछ समय बाद पुराने नेताओं को हटाकर सभी नए नेताओं की दावेदारी को रखा जाएगा। वैसे तो टिकट बांटने में कांग्रेस की अलग-अलग कमेटी एक होकर दावेदारों को चुनौती है। जिनमें प्रदेश के नेताओं के चुनाव कमेटी और केंद्रीय चुनाव समिति इसके अलावा नेता बैठक का टिकटों की फाइनल लिस्ट पर भी मूहर लगाते हैं।

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