मोरबी/गुजरात:- मोरबी हादसे में कुल 141 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है. कल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोरबी पहुंचे और वहां पहुंचकर घायलों का हाल जाना। अब इन सबके बीच ओरेवा कंपनी के मीडिया मैनेजर दीपक पारेख ने इस दर्दनाक हादसे पर कोर्ट में बयान देते हुए पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कोर्ट में कहा है कि पहले भी हमने मरम्मत का काम किया था, पर शायद इस बार भगवान की कृपा नहीं रही होगी। इसलिए यह हादसा हो गया। दीपक पारेख ने ओरेवा कंपनी के एमडी जयसुख पटेल का बचाव करते हुए उन्हें अच्छा आदमी बताया है।उन्होंने कहा हमने काम अच्छे तरीके से कहा, पहले भी हमने मरम्मत का काम किया है लेकिन शायद इस बार भगवान की मर्ज़ी नहीं रही होगी।

ओरेवा कंपनी का कथित लेटर आया सामने

इस हादसे को लेकर लगातार जांच चल रही है साथ ही 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. पुल की मरम्मत करने वाली ओरेवा कंपनी का एक कथित लेटर भी इन सबके बीच सामने आया है। इस लेटर से ये साफ़ जाहिर हो रहा है कि कंपनी ने पुल की मरम्मती के लिए कोई सामान नहीं खरीदा था। कुछ मीडिया रिपोर्ट के हवाले से ये बातें भी कही जा रही हैं कि जनवरी 2020 में यह खत मोरबी के जिला कलेक्टर को कंपनी की तरफ से भेजा गया था। इस खत में कहा गया था, ‘हम सिर्फ अस्थायी रिपेयरिंग कर इस सस्पेन्शन ब्रिज को खेल रहे हैं।

स्थाई कॉन्ट्रैक्ट चाहती थी ओरेवा कंपनी

इस लेटर में जो बातें कही गई हैं उससे साफ़ जाहिर है कि कम्पनी पुल के रखरखाव को लेकर स्थायी कॉन्ट्रैक्ट चाहती थी।लेकिन उन्हें कॉन्ट्रैक्ट मिला नहीं था. इस कंपनी ने कहा था कि जब तक उन्हें स्थाई कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिल जाएगा तब तक वो पुल की मरम्मत अस्थायी तौर पर ही करेंगे और अस्थायी मरम्मती के बाद ही वो इस पुल को खोल देंगे।चिट्ठी में ये भी लिखा है कि फर्म ने पुल की मरम्मती के लिए किसी भी सामान का ऑर्डर नहीं किया है इसके साथ ही आगे का काम तभी पूरा किया जायेगा जब कॉन्ट्रैक्ट स्थाई हो जाएगा।