India News(इंडिया न्यूज),COP-28: दुबई में कॉप-28 शिखर सम्मेलन की गुंज लगातार बरकरार है। इसी बीच सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भारत के केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव भी शामिल होने के लिए दुबई पहुंचे। जहां उन्होने संबोधन के दौरान क्षति कोष को चालू करने का समर्थन करते हुए कहा कि, भारत हानि और क्षति कोष को चालू करने के फैसले का समर्थन करता है। जानकारी के लिए बता दें कि, हानि और क्षति कोष एक राहत पैकेज है, जो अमीर देश जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक संवेदनशील विकासशील देशों को नुकसान की भरपाई के लिए देते हैं।
वादा नहीं हुआ पूरा
इसके साथ हीं केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि, विकसित देशों ने वादा किया था कि वे सौ अरब डॉलर का वित्त मुहैया कराएंगे लेकिन आज तक वह वादा पूरा नहीं हुआ। भरोसा कहां से आएगा। मंत्री ने कॉप-28 से वैश्विक अनुकूलन प्रथाओं के लिए धन बढ़ाने का भी आह्वान किया।
कॉप-28 से गति का सकारात्मक संकेत मिला
जानकारी के लिए बता दें कि, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कॉप-28 के विषय में बात करते हुए कहा कि, यूएई में पहले दिन ही कॉप-28 से गति का सकारात्मक संकेत मिला है। उन्होंने जलवायु न्याय के महत्व को रेखांकित किया है। बता दें कि, केंद्रीय मंत्री इंडिया ग्लोबल फोरम के क्लाइमेट फॉर बिजनेस (CLIMB) फोरम के समापन दिवस में भी शामिल हुए।
अफ्रीकी देश पर बोले भूपेंद्र यादव
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने आगे कहा कि, विकसित दुनिया के 17 प्रतिशत हिस्से में प्रति व्यक्ति उत्सर्जन 60 प्रतिशत है, लेकिन 54 अफ्रीकी देशों के बारे में क्या? उनका कार्बन उत्सर्जन केवल 4 प्रतिशत है। हम जब भी जलवायु परिवर्तन के बारे में बात करते हैं तो हमें जलवायु न्याय पर भी चर्चा करना चाहिए। हर व्यक्ति को सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार है। हर देश को विकास का अधिकार है।
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