India News (इंडिया न्यूज़), Cyclone Biparjoy, गांधीनगर: चक्रवात बिपारजॉय के गुजरात के तट से टकरा चुका है। ऐसे में जिन स्थानों पर जान माल के क्षती होने की संभावना है वहीं NDRF की टीमों को तैयनात किया गया है। एनडीआरएफके डिप्टी कमांडेंट अनुपम का कहना है कि टीमें निचले इलाकों का जायजा ले रही हैं। राहत कार्य किए जा रहे हैं। शाम 4-8 बजे तक इसका असर सबसे ज्यादा रहेगा। चक्रवात के लिए हमें अलग तरह से तैयारी करनी पड़ती है। इसमें कटिंग का काम ज्यादा होता है।
NDRF IG एन. एस बुंदेला ने कहा, “NDRF की 18 और SDRF की 12 टीमें तैनात हैं। हमारे साथ IMD समय-समय पर जानकारी साझा कर रहा है। हमने 94,000 लोगों को प्रभावित इलाकों से हटाया है। कमज़ोर बिल्डिंग, खंबे, पेड़ से इससे प्रभावित होंगे। हम अभी नुकसान का अंदाज़ा नहीं लगा सकते। एयरलिफ्ट के लिए हमने 15 टीमों को अलग-अलग स्थानों पर रखा है।”
SP करण राज वघेला ने कहा, “हमने सभी गांव को खाली कराया है और करीब 50,000 लोगों को सुरक्षित निकाला है और शेल्टर होम की व्यवस्था की है। सभी शेल्टर होम पर पुलिस, मेडिकल, खाने, पीने की व्यवस्था की है। हमारे पास NDRF, SDRF, मरीन, BSF, सेना की टीमें तैनात हैं। पूर्वी और पश्चिम कच्छ में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है।”
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि चक्रवात बिपरजॉय पाकिस्तान के आस-पास जा रहा है। हम क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र होने के बाद भी पाकिस्तान को हर 3 घंटे में बढ़ते तूफान, बारिश, मार्ग, तीव्रता के बारे में नियमित रूप से जानकारी और सलाह दे रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, “मुंबई से दूरी अधिक होने की कारण बिपरजॉय का असर मुंबई में खास नहीं होगा। इसका प्रभाव गुजरात और राजस्थान में अधिक होगा। राजस्थान में 16-17 जून को भारी बारिश हो सकती है और हवाओं की रफ्तार 50-60 किमी प्रति घंटे की रहने का अनुमान है।”
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