India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Violence Latest News : पिछले साल नवंबर महीने में संभल में हुई हिंसा को लेकर जारी पुलिस जांच में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब जो बात सामने आई है उसमें बताया जा रहा है कि संभल हिंसा का लिंक दाऊद इब्राहिम गैंग से है। संभल पुलिस के हाथों गिरफ्तार गुलाम शाह ने जांच में बताया कि दुबई में बैठे बड़े हथियार सप्लायर और हवाला ऑपरेटर शारिक साठा ने संभल हिंसा में बड़ी भूमिका निभाई थी। जानकारी के लिए बता दें कि शारिक साठा संभल का ही रहने वाला है और उसपर 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। फर्जी पासपोर्ट बनवाकर साठा दिल्ली से दुबई फरार हो गया था।

गुलाम शाह ने बताया कि शारिक साठा के कई गुर्गे संभल में मौजूद थे। साठा ने अपने गुर्गों को हथियार सप्लाई करने को कहा था और कहा था कि सर्वे किसी हालत में नहीं होना चाहिए, इसके लिए वकील को मार दो।

गुलाम शाह ने खुद बताया कि उसने संभल से 23 नवंबर 2024 को एक फोन कॉल दुबई में बैठे शारिक साठा को किया गया था और संभल के हालत के बारे में उसे सब बताया था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक शारिक साठा दाऊद इब्राहिम गैंग से जुड़ा हुआ है और संभल में हवाला के जरिए पैसे संदिग्ध तरीके से भेजता रहता है।

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बड़ा दंगा करवाना चाहता था शारिक साठा

पुलिस पुछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि दुबई में बैठे मोस्ट वांटेड क्रिमिनल और D गैंग के बदमाश शारिक साठा के गुर्गों ने ही पुलिस और भीड़ पर गोली चलाई थी। गुर्गों की गोली से भीड़ में शामिल लोगों की मौत हुई थी। वहीं ये लोग वकील को मारकर बड़ा दंगा करवाने की फिराक में थे। साथ ही भीड़ में शामिल लोगों को मारकर पुलिस को बदनाम करने की साजिश थी ताकि दंगा भड़क जाए।

मस्जिद के सर्वेक्षण करने पर भड़की हिंसा

ये सारा मामला तब शुरू हुआ जब पिछले साल 19 नवंबर को संभल की एक स्थानीय अदालत ने हिंदू पक्ष की याचिका पर गौर करने के बाद अधिवक्ता आयुक्त द्वारा मस्जिद का सर्वेक्षण कराने का आदेश पारित किया था। यह आदेश हिंदू पक्ष की उस याचिका पर दिया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि संभल की जामा मस्जिद का निर्माण मुगल सम्राट बाबर ने 1526 में एक मंदिर को ध्वस्त करने के बाद किया था।

इसी के बाद 24 नवंबर को दूसरे दौर के सर्वेक्षण के लिए टीम जब मस्जिद पहुंची तभी इसका विरोध कर रहे स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 29 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने फरहाना सहित 79 लोगों को गिरफ्तार किया था।

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