इंडिया न्यूज़, Delhi News (Bribery Case) : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के एक अधिकारी को कथित तौर पर 4 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अधिकारियों की पहचान संयुक्त औषधि नियंत्रक (जेडीसी) एस ईश्वर रेड्डी और दिल्ली की एक निजी कंपनी दिनेश दुआ के निदेशक के रूप में हुई है।
डीसीजीआई कार्यालय में तलाशी के दौरान पकड़ा
इन्सुलिन एस्पार्ट इंजेक्शन के तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण को माफ करने के लिए कथित तौर पर 4 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में दोनों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया दोनों को कल दिल्ली में डीसीजीआई कार्यालय में तलाशी के दौरान पकड़ा गया था और अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह आरोप लगाया गया था कि आरोपी इंसुलिन एस्पार्ट इंजेक्शन के तीसरे चरण के परीक्षण को माफ करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के तहत केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के अधिकारियों पर अनुचित प्रभाव डालने की कोशिश कर रहा था।
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आगे यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी बैंगलोर स्थित निजी कंपनी से संबंधित उक्त तीन फाइलों को अनुकूल तरीके से संसाधित करने के लिए जेडीसी, सीडीएससीओ को 9,00,000/- रुपये की रिश्वत राशि का भुगतान करने के लिए सहमत हुए और “इंसुलिन” की फाइल की अनुकूल सिफारिश करने के लिए भी सहमत हुए।
जाल बिछाकर दोनों को किया गिरफ्तार
सीबीआई ने सोमवार को जाल बिछाकर रिश्वत देने वाले और लेने वाले दोनों को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने सीडीएससीओ के जेडीसी को निजी कंपनी के निदेशक- दुआ से उक्त राशि की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। उक्त मामले के संबंध में, दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, पटना और बेंगलुरु में 11 स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप सोमवार को आपत्तिजनक दस्तावेज / लेख बरामद हुए। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
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