India News (इंडिया न्यूज), Bharat Ratna To Veer Savarkar And Rashbehari Bose : पश्चिम बंगाल से बीजेपी के सांसद सामिक भट्टाचार्य ने सदन में वीर सावरकर और रासबिहारी बोस को भारत रतन देने की मांग की है। सामिक भट्टाचार्य ने सदन में बोलते हुए कहा कि, इन दोनों ही स्वतंत्रता सेनानियों को भारत रतन मिलना चाहिए। भारत को आजादी दिलाने में वीर सावरकर और रासबिहारी बोस की अहम भूमिका थी। सांसद ने वीर सावरकर के द्वारा लिखी गई बुक Hindutava का भी जिक्र किया। सामिक भट्टाचार्य ने रासबिहारी बोस के द्वारा इतिहास में दिए गए योगदान को याद दिलाया।

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अपने भाषण में सांसद ने क्या कुछ कहां?

सांसद सामिक भट्टाचार्य ने कहा कि, ‘महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर और रासबिहारी बोस को राष्ट्र के लिए उनके असाधारण योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए। वीर सावरकर निर्भीक क्रांतिकारी और राष्ट्रवादी विचारक थे, उनकी पुस्तक हिंदुत्व संस्कृति राष्ट्रवाद के विचार का परिचय देती है, सावरकर ने भारी कष्ट के बावजूद 27 साल जेल में बिताए, वे भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध रहे, वे राष्ट्र के सर्वोच्च पुरस्कार के हकदार हैं’।

आगे उन्होंने कहा कि ‘रासबिहारी बोस भी एक उल्लेखनीय नेता हैं जिन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, उन्होंने गदर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाद में जापान में भारतीय क्रांति के लिए काम किया, उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सेना INA की स्थापना की, दोनों नेताओं ने भारत की आजादी के लिए अपनी लड़ाई में अद्वितीय साहस का प्रदर्शन किया, उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए, उनके बलिदानों का सम्मान किया जाएगा और भावी पीढ़ी को उनके विचारों और देशभक्ति और राष्ट्र निर्माण का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, यह समय उनके व्यक्तिगत योगदान को स्वीकार करने और उन्हें वह सम्मान देने का है जिसके वे वास्तव में हकदार हैं’।

विधानसभा से वीर सावरकर की तस्वीर हटाने को लेकर विवाद

कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने बेलगाम में विधानसभा सुवर्ण सौधा से वीर सावरकर की तस्वीर हटाने का फैसला किया है। रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस सरकार यह दावा करते हुए यह फैसला ले रही है कि स्वतंत्रता सेनानी का राज्य के लिए कोई योगदान नहीं था। पिछली बसवराज बोम्मई सरकार ने 2022 में यह तस्वीर लगाई थी। राज्य सरकार के इस फैसले को लेकर निशाना साधा है। रंजीत सावरकर न्यूज18 से बात करते हुए कहा कि वीर सावरकर की तुलना में नेहरू का क्या योगदान है?” कांग्रेस का रुख कांग्रेस लगातार अपना रुख बनाए हुए है कि सावरकर ने देश की आजादी के लिए लड़ाई नहीं लड़ी और उन्होंने ब्रिटिश शासन से “माफी” मांगी।

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