India News (इंडिया न्यूज), Athlete Sexual Exploitation : केरल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, यहां पर पथानामथिट्टा जिला पुलिस ने 60 से अधिक लोगों के खिलाफ जांच शुरू की है, जिन पर कथित तौर पर पांच साल से अधिक समय तक 18 वर्षीय एथलीट का यौन शोषण करने का आरोप है। इन लोगों में लड़की के कोच और उसके साथी खिलाड़ी शामिल हैं, जिनके खिलाफ शुक्रवार को केरल में पुलिस ने चार एफआईआर दर्ज कीं और पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। पीड़िता के अनुसार, 13 साल की उम्र में उसके साथ दुर्व्यवहार तब शुरू हुआ, जब उसके पड़ोसी ने उसे जबरन अश्लील वीडियो दिखाने की कोशिश की।
इसके बाद आरोपी ने लड़की के साथ उसके घर के पास एक सुनसान पहाड़ी पर दुर्व्यवहार किया और बाद में उसके दोस्तों ने भी उसका बलात्कार किया। बलात्कार का मामला तब सामने आया, जब एथलीट ने पथानामथिट्टा में बाल कल्याण समिति को अपराध के बारे में सूचित किया, जिसके बाद समिति ने पुलिस को सूचित किया। आरोप की जांच के लिए पथानामथिट्टा जिला पुलिस प्रमुख वीजी विनोदकुमार ने एक विशेष टीम का गठन किया है।
प्रारंभिक जांच में कम से कम 62 लोगों की पहचान संभावित अपराधियों के रूप में की गई है और 40 लोगों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
पुलिस ने बलात्कार मामले में पांच लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान सुबिन, एस संदीप, वीके विनीत, के आनंदू और श्रीनी के रूप में की गई है। बाल कल्याण समिति (CWC) और पुलिस मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि पीड़िता को आवश्यक सहायता और सुरक्षा दी जाए। पीड़िता को आश्रय गृह में भेज दिया गया है। हालांकि इलावुमथिट्टा पुलिस स्टेशन ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अन्य थानों के अधिकारी इसकी जांच करेंगे क्योंकि आरोपियों की संख्या अधिक है।
साउथ फर्स्ट से बात करते हुए, CWC सदस्य एडवोकेट श्यामला देवी ने कहा कि वे मामले में और लोगों को शामिल कर सकते हैं। हम फिलहाल विवरण जुटा रहे हैं। लड़की को आश्रय गृह में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा, “कल (शनिवार, 11 जनवरी) को आगे की जानकारी का खुलासा किया जाएगा।
इस बीच, एक बाल संरक्षण अधिकारी भी 11 जनवरी को पीड़िता से बात करेगा ताकि अधिक साक्ष्य जुटाए जा सकें। पीड़िता का बयान जांच के लिए महत्वपूर्ण होगा और एथलीट को उचित सहायता प्रदान करने में उनकी मदद करेगा। CWC ने एथलीट की भावनात्मक भलाई और गोपनीयता को भी प्राथमिकता दी है और उसके लिए आवश्यक परामर्श सेवाओं की व्यवस्था कर रहा है।