India News (इंडिया न्यूज), DGMOs On Pakistan Nuclear Base: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम के बाद अब पड़ोसी देश में हुई बर्बादी की परतें खुल रही हैं। आज भारतीय सेना के DGMOs ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कई तस्वीरें और वीडियोज सबूत के तौर पर दिखाए, जिसमें पाकिस्तान मिसाइलों और ड्रोन धराशाई नजर आ रहे थे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस उड़ाए, जिनमें नूर खान और किराना हिल्स शामिल होने की बात कही जा रही है। दावा है कि ये भारत की तरफ से पाकिस्तान को न्यूक्लियर हथियारों के ठिकाने उड़ाने की धमकी थी। आज सेना ने इस पर सारी बात क्लियर कर दी है।
इन Pakistan Airbase पर हुआ हमला
दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के करीब 11 एयरबेस उड़ा दिए थे। इस लिस्ट में नूर खान/चकलाला एयरबेस (रावलपिंडी), सरगोधा एयरबेस (मुशफ बेस), पीएएफ बेस रफीकी (शोरकोट), मुरीद एयरबेस (पंजाब), सुक्कुर एयरबेस (सिंध), सियालकोट एयरबेस (पूर्वी पंजाब), पसरूर एयरस्ट्रिप (पंजाब), चुनियन (रडार/सहायता स्थापना), स्कार्दू एयरबेस (गिलगित-बाल्टिस्तान), भोलारी एयरबेस (कराची के पास) और जैकोबाबाद एयरबेस (सिंध-बलूचिस्तान) भयंकर तरीके से तबाह हो गया। ये हमले पाकिस्तान की फतह-II बैलिस्टिक मिसाइल के जवाब में किए गए थे।
Nur Khan और Kirana Hills की सच्चाई
इसके बाद अफवाहें फैलने लगीं कि नूर खान में जिस जगह पर हमला किया गया, परमाणु स्टोरेज फैसिलिटी उससे कुछ किलोमीटर दूर ही थी। इस बीच दावा किया गया कि भारत ने किराना हिल्स एयरबेस भी निशाना बनाया, जहां पर भी न्यूक्लियर फैसिलीट से जुड़ा कुछ ऐसा ही था। दावा किया जा रहा था कि भारत ने इस हमले के जरिए जो मैसेज देना चाहा, उससे पाकिस्तान कांप गया और अमेरिका के पास रोते हुए मदद के लिए पहुंच गया।
क्या है Nuclear Facilities को लेकर दावे?
नूर खान, राजधानी इस्लामाबाद से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है और पाकिस्तान का सबसे अहम एयरबेस है, यही वजह है कि यहां पर C-130 कार्गो, IL-76 रिफ्युलर समेत कई महत्वपूर्ण विमान तैनात रहते हैं। दावा किया जाता है कि नूर खान, परमाणु हथियारों का कमांड-कंट्रोल सिस्टम और सरगोधा के पास किराना हिल्स है, जहां परमाणु स्टोरेज फैसिलिटी है और ये पूरा इलाका पूरी तरह से पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय के कब्जे में है।
कैसे मिली इन थ्योरीज को हवा?
इन थ्योरीज को लेकर तब और बातें होने लगीं जब 10 मई को पाकिस्तान में 4.0 की तीव्रता का एक भूकंप आया। जिसकी तुलना फौरन परमाणु हमलों के समय होने वाले भूकंप से की जाने लगी। इसके अलावा 11 मई, 2025 को पाकिस्तान में एक अमेरिकी विमान पहुंचा, जिसे लेकर विश्लेषकों ने दावा किया कि यह अमेरिका के एनर्जी विभाग का विमान है और पाकिस्तान में ये जांच करने आया है कहीं परमाणु हथियार फटने हुए रेडियो विकिरण तो नहीं फैले।
Indian Army ने बताई क्या सच्चाई?
हालांकि, आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भारतीय सेना के DGMOs ने ऐसी किसी जानकारी से साफ इनकार कर दिया। एक सवाल के जवाब में एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि ‘किराना हिल्स में न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन है, हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। वहां पर जो कुछ भी है, हमने किराना हिल्स पर तो हमला नहीं किया है। मैंने अपनी ब्रीफिंग में किराना हिल्स का नाम नहीं लिया’।