India News (इंडिया न्यूज़), Retinal Detachment: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा कुछ दिनों से आंखों की बीमारी से पीड़ित हैं, इसका इलाज विट्रेक्टॉमी सर्जरी के जरिए किया जाएगा। दरअसल, राघव चड्ढा को रेटिना में छोटे छेद के कारण सर्जरी करानी पड़ी। ऐसे में इस बीमारी के बारे में जानना बहुत जरूरी है, तो चलिए जानते हैं क्या है रेटिनल डिटेचमेंट।
क्या है रेटिना डिटेचमेंट?
रेटिनल डिटेचमेंट एक गंभीर नेत्र रोग है। इसमें रेटिना, जो आंख के पीछे की संवेदनशील परत होती है, अपनी निचली परत से अलग हो जाती है। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है, जिसका समय पर इलाज मिलना बहुत जरूरी है। इसे नजरअंदाज करने से अंधापन भी हो सकता है।
रेटिना डिटेचमेंट के लक्षण
- प्रकाश की अचानक चमक या चमक,
- काले या धुंधले धब्बे दिखाई देना,
- परिधीय दृष्टि में कमी,
- पर्दे की तरह देखो,
- आँख का दर्द,
- संवेदनशीलता में वृद्धि,
रेटिना डिटेचमेंट के कारण
- आंखों की चोट, मधुमेह, उच्च रक्तचाप या उम्र बढ़ने के कारण रेटिना में छेद हो सकता है।
- ट्रैक्शनल डिटेचमेंट रक्त वाहिकाओं की वृद्धि के कारण होता है, जो रेटिना को खींचकर अलग कर देती हैं। ऐसा डायबिटीज के कारण या रेटिनल सर्जरी के बाद भी हो सकता है।
- रेटिना के नीचे द्रव जमा हो जाता है, जिससे यह अलग हो जाता है। यह सूजन, संक्रमण या ट्यूमर के कारण हो सकता है।
क्या है उपाय?
- अपनी आंखों की नियमित जांच कराना जरूरी है। विशेष रूप से मधुमेह, उच्च रक्तचाप या जननांग रेटिना टुकड़ी के मामले में।
- खेल खेलते समय या तेज़ धूप में चश्मा पहनें।
- मधुमेह और उच्च रक्त को नियंत्रण में रखें।
- धूम्रपान से रेटिना डिटेचमेंट सहित आंखों की कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- अपने आहार में स्वस्थ चीजों को शामिल करें।
- रोजाना व्यायाम या योग करना बहुत जरूरी है।