India News (इंडिया न्यूज),Education Minister New Rule: शिक्षा मंत्रालय की ओर से दसवीं और बारहवीं के छात्रों एक अच्छी खबर सामने आ रही है। जहां बोर्ड एग्जाम के प्रेशर से जूझ रहे छात्रों को राहत देते हए एक बड़ा कदम उठाया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ऐलान किया है कि, अब स्टूडेंट्स के लिए साल में दो बार होने वाली बोर्ड परीक्षा में बैठना जरूरी नहीं होगा। वे केवल एक बार ही बोर्ड एग्जाम में बैठने का ऑप्शन चुन सकते हैं, हालांकि परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जाएगा।
छात्रों का प्रशर कम करने का प्रयास
(Education Minister New Rule)
जानकारी के लिए बता दें कि, दसवी और बारहवीं के छात्रों के लिए शिक्षा मंत्रालय ने लगातार हो रहे आत्महत्याओं का जिक्र करते हुआ कहा कि, ये सब हमारे बच्चे हैं और इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है। ऐसे में इनके ऊपर से स्ट्रेस कम करने के लिए ये फैसला लिया गया है। बच्चों को स्ट्रेस फ्री रखना हम सब की जिम्मेदारी है और सभी को बराबरी से इसे उठाना होगा। इसके साथ हीं शिक्षा मंत्रालय न आगे कहा कि, सेंट्रल एडवाइजरी बोर्ड ऑफ एजुकेशन को रीस्ट्रक्चर किया जाएगा क्योंकि इसका पुराना वर्जन आज के तौर-तरीकों के हिसाब से ठीक नहीं और न ही आज के एजुकेशशन सिस्टम में फिट बैठता है। जब एनईपी के नये बदलावों के साथ कदम बढ़ाए जा रहे हैं तो सीएबीई को भी बदलने की जरूरत है।
और भी बदलाव संभव- शिक्षा मंत्रालय
आगे के नए नियमों की जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि, फॉरेन यूनिवर्सिटी के इंडिया में कैम्पस सेट करने को लेकर गाइडलाइंस जारी की जाएंगी और इस बारे में जल्द ही नोटिस रिलीज किया जाएगा। इस बारे में काम इस तरह होगा कि कोई भी डाउट न रहे और सभी शंकाओ को क्लियर किया जा सके। इसके साथ ही कहा कि, इंडिया की दो आईआईटी पहले ही विदेश में कैम्पस खोलने के लिए तैयारी में हैं।
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