Election King Padmarajan

इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :

Election King Padmarajan : ‘इलेक्शन किंग’ के नाम से मशहूर के पद्मराजन ने 19 फरवरी को होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के लिए नामांकन दाखिल किया। यह 227वीं बार है जब वह नामांकन भर रहे हैं। यदि बात की जाए पूरे देश की तो शायद इतनी बार आज तक किसी ने चुनाव नहीं लड़ा होगा । पद्मराजन ने सबसे ज्यादा चुनाव लड़े हैं। रिकॉर्ड बुक में इनका नाम सबसे ज्यादा बार चुनाव हारने वाले प्रत्याशी के रूप में शुमार है।

राष्टपति चुनाव में भी आजमा चुके किस्मत

Election King Filed Nomination Here

के. पद्मराजन टायर व्यवसाय से संबंध रखते हैं। वर्ष 1986 में के पद्मराजन ने मित्तूर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके बाद उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, पीवी नरसिम्हा राव के खिलाफ भी चुनाव लड़ा। इसके अलावा के पद्मराजन ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रतिभा पाटिल, के आर नारायणन और एपीजे अब्दुल कलाम के खिलाफ राष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ा था। (Election King Filed Nomination Here)

अब निकाय चुनाव में आजमा रहे किस्मत

Election King Padmarajan

इस बार के पद्मराजन तमिलनाडु के सालेम जिले से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। उन्होंने वेराक्कलपुदूर से स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के लिए पर्चा दाखिल किया है। 19 फरवरी को यहां चुनाव होंगे। बताया जाता है कि पद्मराजन कोई भी चुनाव जीतने के इरादे से नहीं लड़ते और ना ही आज तक किसी भी चुनाव में जीत हासिल कर पाए हैं। उन्होंने देश के करीब सभी बड़े नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ा है। (most unsuccessful election candidate in india)

बताना चाहते हैं कि आम आदमी भी लड़ सकता है चुनाव

पद्मराजन यह साबित करना चाहते हैं कि एक आम आदमी भी चुनाव में खड़ा हो सकता है। के पद्मराजन तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और नई दिल्ली समेत कई जगहों से चुनाव लड़ चुके हैं। साल 2014 में पद्मराजन वडोदरा से नरेद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन किसी वजह से उनका नामांकन रद्द हो गया था। (election king’ padmarajan wiki)

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