India News(इंडिया न्यूज), Asaduddin Owaisi: 8 अगस्त 2024, यानी आज लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोदन विधेयक पेश किया गया जिसके बाद कोहराम मच गया। पक्ष और विपक्ष में विवादों में एक-दूसरे को घेरने लगे। इस बीतच हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस कानून को मुस्लिमों के खिलाफ बताया है। बता दें कि वक्फ बोर्ड बहुत से फैसले खुद करता है जो मुस्लिम समुदाय से जुड़े होते हैं। ऐसे में संशोधन विधेयक को लाना ओवैसी जैसे और भी नेताओं को चुभ रहा है। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।

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लोकसभा में भड़के ओवैसी

हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 भेदभावपूर्ण और मनमाना है। ओवैसी ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि इसे लाकर पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देश को बांट रही है।

एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने लोकसभा में विधेयक पर बोलते हुए कहा, “यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 25 के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है। यह विधेयक भेदभावपूर्ण और मनमाना दोनों है। इस विधेयक को लाकर आप (केंद्र सरकार) देश को जोड़ने का नहीं, बल्कि बांटने का काम कर रहे हैं। यह विधेयक इस बात का सबूत है कि आप मुसलमानों के दुश्मन हैं।”

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मुस्लिमों के दुश्मन हैं आप- ओवैसी

केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री किरेन रिजिजू ने 8 अगस्त को लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया। विधेयक में वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन करने का प्रस्ताव है, और राज्य वक्फ बोर्डों, केंद्रीय वक्फ परिषद, वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण और सर्वेक्षण, और अतिक्रमणों को हटाने की शक्तियों से संबंधित मुद्दों को ‘प्रभावी’ रूप से संबोधित करने का प्रयास किया गया है।

इंडिया ब्लॉक के सदस्य जिन मुख्य बिंदुओं का विरोध करते हैं, उनमें जिला कलेक्टर को अधिकार देना और राज्य वक्फ बोर्ड (एसडब्ल्यूबी) और केंद्रीय वक्फ परिषद (सीडब्ल्यूसी) में गैर-मुस्लिमों को शामिल करना शामिल है।