India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और शहर के सपा विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सोहेल इकबाल के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने संभल और नखासा थानों में कुल सात मामले दर्ज किए हैं, जिसमें सांसद और विधायक के बेटे के साथ-साथ सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। यही नहीं इस मामले को अब आपसी वर्चस्व की लड़ाई का मामला भी बताया जा रहा है।
सोहेल इकबाल का बयान और उसकी प्रतिक्रिया
पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, सोहेल इकबाल ने सर्वे की कार्रवाई को बाधित करने के उद्देश्य से भड़काऊ बयान दिया था। उन्होंने कहा था, “हमारे साथ सांसद जिया उर रहमान बर्क हैं, हम तुम्हारा कुछ भी नहीं होने देंगे। अपने मंसूबे पूरे करो।” इसके बाद भीड़ उग्र हो गई और हिंसा भड़क उठी। हालांकि, सोहेल इकबाल ने खुद को बेगुनाह बताया है। उनका कहना है कि हिंसा के वक्त वह मौके पर नहीं थे, क्योंकि पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया था।
हिंसा में हुई है चार युवकों की मौत
संभल हिंसा मामले में चार युवकों की मौत हो गई थी, जिसे लेकर सपा और सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि यह हिंसा स्थानीय सांसद और विधायक के बीच राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम थी, जिसमें तुर्क और पठान समुदाय के बीच वर्चस्व की टकराव के कारण यह हिंसा भड़की। वहीं, सपा ने पुलिस और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पुलिस की गोली से चार युवकों की मौत हुई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सर्वे की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए। हालाँकि, पुलिस ने अब तक 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उन्हें जेल भेजा है। इसके अलावा, पुलिस ने 100 से अधिक पत्थरबाजों की पहचान कर ली है। एसपी कृष्ण बिश्नोई ने बताया कि सभी आरोपियों के पोस्टर जारी किए जाएंगे और उनके खिलाफ वसूली की कार्रवाई भी की जाएगी।