India News (इंडिया न्यूज), Taliban Regime: अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने अफगानी महिलाओं के शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि लड़कियों की शिक्षा अफगानिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। क्योंकि तालिबान शासन के तहत देश में महिलाओं के बुनियादी अधिकारों में कटौती की गई है। उन्होंने ईरानी राजदूत और विशेष प्रतिनिधि हसन काज़ेमी कोमी के साथ चर्चा के दौरान लड़कियों की शिक्षा के मूल्य पर जोर दिया।

महिलाओं की शिक्षा चिंता का विषय

उन्होंने आगे कहा कि, शिक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के बारे में इन चर्चाओं के बाद भी अफगानिस्तान में कठोर समस्याएं अभी भी मौजूद हैं। खासतौर महिलाओं के अधिकारों के संबंध में। दरअसल अफगानिस्तान में छठी कक्षा के बाद महिलाओं को शिक्षा में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। जो उच्च शिक्षा तक उनकी पहुंच और व्यक्तिगत विकास की संभावनाओं को सीमित कर देती है।

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तालिबान शासन में उत्पन हुई कई समस्याएं

इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि प्रतिबंधात्मक नियम कार्यबल तक महिलाओं की पहुंच को सीमित करते हैं। जिससे उनकी वित्तीय स्वतंत्रता और समाज में पूरी तरह से भाग लेने की उनकी क्षमता छीन जाती है। ये समस्याएं अफगानिस्तान के अधिक समावेशी और न्यायसंगत समाज बनने के प्रयासों में बाधा डालती हैं।इसके साथ ही लैंगिक असमानता को भी कायम रखती हैं। उन्होंने आगे कहा कि अफगानिस्तान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और स्वतंत्र मीडिया तक पहुंच पर प्रतिबंध बढ़ रहे हैं, जिससे विरोधी दृष्टिकोण और महत्वपूर्ण जानकारी के प्रसार में बाधा आ रही है।

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