India News (इंडिया न्यूज), Sukhdev Singh Dhindsa : अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा का बुधवार को पंजाब में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने 10 दिसंबर को उनके निधन की घोषणा की, जिन्होंने दिवंगत नेता को “धरती का लाल” कहा।
अमरिंदर ने पोस्ट में लिखा, “सरदार सुखदेव सिंह ढींडसा साहब के दुखद निधन पर मेरी गहरी और हार्दिक संवेदनाएं। हमने धरती के एक महान सपूत को खो दिया है, जिन्होंने छह दशकों से अधिक समय तक पंजाब की सेवा की।”
उन्होंने कहा, “उन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में सेवा की और राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में बहुत बड़ा और सकारात्मक योगदान दिया। वह संभवतः राज्य के उन अंतिम महान व्यक्तियों में से थे, जो पंजाब के घटनापूर्ण इतिहास के साक्षी थे।”
ढींडसा ने बुधवार को लंबी बीमारी के बाद मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह फेफड़ों की बीमारी के लिए इलाज करा रहे थे और हाल के महीनों में चिकित्सा देखभाल के लिए आते-जाते रहे थे।
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सुखदेव सिंह ढींडसा का राजनीतिक सफर
पारिवारिक सूत्रों ने पुष्टि की कि उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली, जिससे पंजाब के राजनीतिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हो गया। सुखदेव सिंह ढींडसा का राजनीतिक सफर ढींडसा का जन्म 9 अप्रैल 1936 को हुआ था।
वे शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के अध्यक्ष थे, जो शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) और शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) के विलय से बनी पार्टी थी, जिसका नेतृत्व ढींडसा और रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा कर रहे थे। मार्च 2024 में उनकी पार्टी का फिर से शिरोमणि अकाली दल में विलय कर दिया गया।