India News (इंडिया न्यूज), Isreal-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच गाजा में जुंग अभी भी जारी है। इस बीच ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड कैमरन ने सोमवार (29 अप्रैल) को कहा कि इजरायली बंधकों को मुक्त करने और संभावित हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले में हमास को 40 दिनों के युद्धविराम की पेशकश की गई है। रियाद में विश्व आर्थिक मंच की एक बैठक में कैमरन ने कहा कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह को 40 दिनों के निरंतर युद्धविराम की बहुत उदार पेशकश की गई है। संभावित रूप से इन बंधकों की रिहाई के बदले में हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई होगी। वहीं हमास का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार (29 अप्रैल) को मिस्र पहुंचने वाला है। जहां उसके गाजा में युद्धविराम के नवीनतम प्रस्ताव और लगभग सात महीने के युद्ध के बाद बंधकों की रिहाई पर प्रतिक्रिया देने की उम्मीद है।
हमास से की गई युद्धविराम की पेशकश
बता दें कि, ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड कैमरन ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हमास यह डील करेगा और सच कहूं तो दुनिया का सारा दबाव और दुनिया की निगाहें उन लोगों पर होनी चाहिए जो आज कह रहे हैं कि यह डील ले लो। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर संघर्ष किया जायेगा। जिसे हम सभी बहुत बुरी तरह से देखना चाहते हैं। दरअसल, मिस्र, कतर और अमेरिका महीनों से इज़रायल और हमास के बीच एक समझौता कराने की कोशिश कर रहे हैं। परंतु हाल के दिनों में कूटनीति की बाढ़ शत्रुता को रोकने की दिशा में एक नया धक्का प्रतीत होती है।
इजरायल-हमास के बीच शांति समझौता की उम्मीद
दरअसल, यूके के विदेश सचिव ने कहा कि कि दो राज्य समाधान के लिए राजनीतिक क्षितिज के लिए, इज़रायल के साथ एक स्वतंत्र फिलिस्तीन के सह-अस्तित्व के लिए, 7 अक्टूबर के लिए जिम्मेदार लोगों, हमास नेतृत्व को गाजा छोड़ना होगा और आपको भी छोड़ना होगा गाजा। साथ ही आतंकी ढांचे को नष्ट करना होगा। उन्होंने कहा कि आपको फिलिस्तीनी लोगों के लिए एक राजनीतिक भविष्य देखना होगा। लेकिन आपको महत्वपूर्ण रूप से इज़रायल के लिए सुरक्षा भी देखनी होगी और इन दोनों चीजों को एक साथ चलना होगा।