India News (इंडिया न्यूज़), New Parliament inauguration, दिल्ली: नए संसद भवन के उद्घाटन पर विवाद 19 विपक्षी दलों द्वारा इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। 15 दलों ने 28 मई के उद्घाटन में शामिल होने का ऐलान किया है। कई दल ऐसे भी है जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा नहीं है लेकिन फिर भी समारोह में शामिल होंगे।
- 19 पार्टियों ने बहिष्कार का फैसला किया
- 15 पार्टियां मुख्य रुप से शामिल होंगे
- चार विपक्षी पार्टियां भी होगी शामिल
उद्घाटन में भाग लेने वाले दल हैं – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी), अपना दल (सोनीलाल), रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई), तमिल मनीला कांग्रेस, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके), ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू), मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी), तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) और बीजू जनता दल (बीजद)।
19 पार्टियों ने किया विरोध
देवनाथन यादव द्वारा स्थापित तमिलनाडु स्थित इंदिया मक्कल कल्वी मुनेत्र कड़गम (IMKMK) के भी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने की संभावना है। कांग्रेस, आप और टीएमसी सहित 19 विपक्षी राजनीतिक दलों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि वे उद्घाटन का बहिष्कार करेंगे क्योंकि पीएम मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहें है जबकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए।
पीएम ने साधा निशाना
जवाब में, एनडीए ने विपक्षी दलों के कदम की निंदा करते हुए कहा कि पिछले नौ वर्षों में विपक्षों दलों के फैसलों ने बार-बार संसदीय प्रक्रियाओं के प्रति अनादर का भाव दिखाया है। तीनों देशों की यात्रा दिल्ली लौटे पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर तंज करते हुए कहा कि सिडनी के कार्यक्रम में हजारों भारतीयों ने भाग लिया, न केवल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री, एंथनी अल्बनीस, बल्कि देश के पूर्व प्रधान मंत्री और विपक्षी नेता भी अपने राष्ट्र की खातिर एक साथ मौजूद थे।
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