G20 Summit: भारत की अध्यक्षता में जी20 की दो दिवसीय बैठक चल रही है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S.Jaishankar) ने कहा कि भारत वाकई कई संकटों का सामना कर रहा है। विदेश मंत्री ने इस चर्चा में कहा कि करीब 5 ऐसे संकट है जिनका सभी देश सामना कर रहे हैं।

  • भारत ने बताए जी20 देशों के 5 संकट
  • सीरिया और तुर्की पीड़ितों को दी श्रद्धांजलि
  • बैठक में कौन-कौन से देश शामिल

 

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि इन 5 संकटों में कोविड-19 महामारी का प्रभाव, कमज़ोर सप्लाई चेन की चिंताएं, मौजूदा संघर्षों के प्रभाव, ऋण संकट की चिंता और जलवायु संबंधी चिंताएं शामिल हैं। इसी के साथ उन्होंने आगे कहा कि जी20 ग्रुप के पास एक बड़ी जिम्मेदारी है। वैश्विक आर्थिक संकट के बीच पहली बार हम सभी एक मंच पर आए हैं, हालांकि इन मुद्दों पर विचार करते हुए हम एक मत नहीं हो सकते, कुछ मामलों पर गंभीर मतभेद जरूर हो सकते हैं लेकिन आपसी सहमति भी जरूरी है और पॉजिटिव आउटपुट आना जरूर है।

सीरिया और तुर्की पीड़ितों को दी श्रद्धांजलि

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बैठक के अध्यक्ष के रूप में अपनी स्पीच की शुरुआत की। इस दौरान सबसे पहले उन्होंने तुर्की-सीरिया में आए भूकंप में जान गंवाने वाले पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद एक मिनट का मौन रखा गया और फिर आगे की चर्चा की गई।

बैठक में कौन-कौन से देश शामिल

इस बैठक की बात करें तो इसमें ब्रिटेन, चीन समेत कई देशों के विदेश मंत्री शामिल हुए हैं। हालांकि, खबर ये थी कि चीन और दक्षिण कोरिया इस बैठक से दूर रहेंगे। इनके अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान और दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री नालेदी पंडोर भी बैठक में शामिल हुए हैं।

ALSO READ: “सत्य की जीत होगी”: अदाणी समूह ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का किया स्वागत