India News (इंडिया न्यूज),Gold smuggling case: कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर के खिलाफ अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े सोने की तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में नया मोड़ आया है। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने आज यानी गुरुवार ( 22 मई) को कहा कि मंत्री ने उनसे कहा था कि उन्होंने एक्ट्रेस को शादी का तोहफा दिया है और इसमें “कुछ भी गलत नहीं” है।
ज्योति-दानिश ने कर लिया था निकाह? अन्य जासूसों से भी यूट्यूबर के संबंध! हो गया बड़ा खुलासा, जान आपके भी होश उड़ जाएंगे
‘लाखों में तोहफा देते हैं’
शिवकुमार ने आज राज्य के गृह मंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की। बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने अभी परमेश्वर से बात की, वहां एक शादी समारोह था। हम सार्वजनिक जीवन में हैं, हम संस्थाओं का संचालन करते हैं। हम अपने परिचितों के सम्मान में बहुत सारे गिफ्ट भेंट करते हैं, जिसमें हम 1 रुपया, 10 रुपये, 5 लाख और 10 लाख रुपये तक भी देते हैं। मुझे लगता है कि उन्होंने भी कोई गिफ्ट दिया होगा। यह एक शादी थी, इसमें कुछ भी गलत नहीं है।” रान्या राव का समर्थन नहीं
हालाँकि, दीप्ति सीएम ने इस दौरान यह भी कहा कि अभिनेत्री रान्या राव पर जिस तरह की गतिविधियों का आरोप है, उसका कोई भी राजनेता समर्थन नहीं करेगा। उन्होंने जो भी गतिविधियां की हैं, वह उनका निजी मामला है, इस मामले में कानून अपने हिसाब से काम करेगा। जहां तक मंत्री परमेश्वर का सवाल है, हम हजारों लोगों से मिलते हैं, हमें नहीं पता कि कौन क्या करता है। हम कानून और ईडी के काम में दखल नहीं देना चाहते। मैंने उनसे अभी चर्चा की, मैंने उनसे पूछा कि वास्तविकता क्या है, उन्होंने कहा कि उन्होंने शादी के समय दिया है, उन्होंने उपहार दिया है। यह बिल्कुल स्वाभाविक है।
कर्नाटक के गृह मंत्री के खिलाफ क्या है मामला
बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोना तस्करी मामले में कर्नाटक के गृह मंत्री से जुड़े कई शैक्षणिक संस्थानों पर छापेमारी की है। केंद्रीय एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामले की जांच कर रही है और हवाला ऑपरेटरों को निशाना बना रही है, जिन्होंने कथित तौर पर रान्या राव से जुड़े खातों में ‘फर्जी’ लेनदेन किया था।
कर्नाटक के गृह मंत्री ने क्या कहा
परमेश्वर ने कहा कि एजेंसी के अधिकारियों ने तीन संस्थानों और एक विश्वविद्यालय का दौरा किया और पिछले पांच वर्षों के वित्तीय रिकॉर्ड मांगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने कर्मचारियों को जांचकर्ताओं के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो देश के कानून में विश्वास करता है, मैं उनके सत्यापन या तलाशी से जो भी सामने आएगा, उसमें सहयोग करने के लिए तैयार हूं।” जब उनसे उन आरोपों के बारे में पूछा गया कि उनके संस्थान के खाते से 40 लाख रुपये की राशि का इस्तेमाल रान्या राव के क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करने के लिए किया गया था, तो उन्होंने कहा कि वह जांच पूरी होने के बाद जवाब देंगे।
सोने की तस्करी का मामला क्या है
3 मार्च को दुबई से आने के बाद रान्या राव को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था। राजस्व खुफिया निदेशालय के अधिकारियों ने उसके पास से 12 किलो वजनी सोने की छड़ें जब्त कीं, जिनकी कीमत 12 करोड़ रुपये से अधिक है। कल एक विशेष अदालत ने राजस्व खुफिया निदेशालय द्वारा समय पर आरोपपत्र दाखिल करने में विफल रहने के बाद रान्या राव और एक सह-आरोपी को जमानत दे दी। हालांकि, अभिनेत्री को जेल में ही रहना होगा क्योंकि उन पर विदेशी मुद्रा संरक्षण और तस्करी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम, 1974 के तहत भी आरोप लगाए गए हैं, जो बिना जमानत के एक साल तक की निवारक हिरासत की अनुमति देता है। एक बड़ी सफलता का दावा करते हुए, प्रवर्तन निदेशालय ने कहा है कि एक शिक्षा ट्रस्ट ने एक प्रभावशाली व्यक्ति के निर्देश पर रान्या राव के क्रेडिट कार्ड बिल के लिए कथित तौर पर 40 लाख रुपये का भुगतान किया। इसने कहा, ‘इस भुगतान को सत्यापित करने के लिए कोई सहायक वाउचर या दस्तावेज नहीं प्राप्त हुए।’