India News (इंडिया न्यूज), Gonda: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 18 वर्षीय एक युवती मंगलवार (9 जुलाई) को यहां संभागीय आयुक्त कार्यालय की पानी की टंकी पर चढ़ गई। जिसके बाद उसने पुलिस पर उसके साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में निष्क्रियता का आरोप लगाया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व) मनोज कुमार रावत ने बताया कि कथित घटना के समय नाबालिग रही युवती की मां ने दिसंबर 2023 में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें तीन भाई उमेश (24), दुर्गेश (22) और कुंदन (18) मोटरसाइकिल पर आए और उसकी बेटी को बंदूक की नोक पर ले गए तथा उसके साथ बलात्कार किया।
न्याय के लिए पानी टंकी पर चढ़ी लड़की
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मां ने दावा किया था कि घटना एक दिसंबर 2023 को हुई थी, जब वह अपनी बेटी और बहू के साथ शौच के लिए बाहर गई थी।मनोज कुमार रावत के अनुसार, महिला मंगलवार को अपने माता-पिता के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलने जिला मुख्यालय पहुंची थी। एएसपी ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे वह संभागीय आयुक्त कार्यालय के ऊपर बनी पानी की टंकी पर चढ़ गई। आरोप लगाया कि पुलिस उसके भाइयों को बचा रही है। उसने दावा किया कि पुलिस ने उसके कथित बलात्कारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की और इसके बजाय मामले में अंतिम रिपोर्ट भेज दी।
लड़की ने पुलिस पर लगाया आरोप
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व) मनोज कुमार रावत ने बताया कि करीब तीन घंटे की समझाइश के बाद महिला को इस आश्वासन के साथ नीचे उतारा गया कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। एएसपी ने बताया कि महिला की मां ने अपनी शिकायत में कहा है कि चूंकि वह खानाबदोश जाति से है। इसलिए वह एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते समय अपना डेरा लगाती है। उन्होंने बताया कि कथित घटना के समय वे नवाबगंज थाने के अंतर्गत लमटी लोलपुर गांव में डेरा डाले हुए थे। एएसपी रावत ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तीनों भाइयों के खिलाफ नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। जांच में शिकायत की पुष्टि न होने पर मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई है।