India News (इंडिया न्यूज), Bomb Threat: सरकार हाल ही में कुछ एयरलाइन्स को मिली बम धमकियों के मद्देनजर कई कदम उठाने पर विचार कर रही है, जिसमें फर्जी कॉल करने वालों को ‘नो-फ्लाई लिस्ट’ में डालना और फ्लाइट्स में एयर मार्शल की संख्या बढ़ाना शामिल है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, बुधवार (16 अक्टूबर, 2024) को नागरिक उड्डयन मंत्रालय, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने एयरलाइन्स को मिली बम धमकियों पर चर्चा करने के लिए बैठक की। सूत्रों के अनुसार, नागरिक उड्डयन मंत्रालय फर्जी कॉल करने वालों की पहचान करने और ‘नो-फ्लाई लिस्ट’ को अपडेट करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम कर रहा है।
फ्लाइट्स में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने पर हुई चर्चा
खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद फ्लाइट्स में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने पर चर्चा हुई है। एनएसजी कमांडो की एक यूनिट को मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय मार्गों और कुछ संवेदनशील घरेलू मार्गों पर एयर मार्शल के रूप में तैनात किया जाता है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं, जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं। पिछले तीन दिनों में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्गों पर चलने वाली करीब एक दर्जन भारतीय उड़ानों को फर्जी बम धमकियां मिली हैं। बुधवार को दो उड़ानों को बम की धमकी मिली है। जिनमें से एक अकासा एयर और दूसरी इंडिगो की उड़ानें हैं। हालांकि बाद में वो कॉल्स फर्जी निकली। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो साइबर सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस के साथ मिलकर धमकियों के पीछे के अपराधियों का पता लगाने के लिए काम कर रहा है।
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क्या होता है एयर मार्शल?
एयरपोर्ट और विमानों में दोगुना किए जाने वाले स्काई मार्शल की बात करें तो आतंकवाद विरोधी और अपहरण विरोधी उपायों में विशेषज्ञता रखने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की एक इकाई को मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय मार्गों और कुछ संवेदनशील घरेलू मार्गों पर स्काई मार्शल को तैनात किया जाता है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं, जो यात्री विमानों पर यात्रा करते हैं। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, भारत में स्काई मार्शल या फ्लाइट मार्शल की शुरुआत 1999 में कंधार में एयर इंडिया की फ्लाइट IC 814 के अपहरण के बाद भविष्य में अपहरण को रोकने के लिए की गई थी।