India News (इंडिया न्यूज), Hathras Stampede: इस वक्त देश हाथरस भगदड़ हादसे से दहल रहा है। 123 से अधिक मौत का दर्द भुलाने में लंबा वक्त लगेगा। लेकिन उससे पहले जो लोग इस वारदात के जिम्मेदार हैं। यानि मौत के जो असली खिलाड़ी हैं उनके गले तक पहुंचने की तैयारी पुलिस कर चुकी है। आज सुबह ही जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मची थी भोले बाबा का पहला बयान मीडिया के सामने आया। इस केस में देश के जाने माने वकील एपी सिंह बाबा का पक्ष अदालत में रखेंगे। इंडिया ने सिंह से खास बात चीत की है। जिसमें उनकी ओर से बाबा को लेकर कई बड़ा दावे और खुलासे किए गए हैं जानते हैं।
- बाबा के नाम पर कुछ नहीं
- इस वक्त बाबा कहां हैं?
- किसी राजनेता के लिए कोई काम नहीं किया
बाबा के नाम पर कुछ नहीं
हालांकि बाबा के 3 बीघे में आश्रम से लेकर जितने भी हैं सब में एसी है। लेकिन बाबा के वकील कुछ और ही कहते हैं। सिंह की मानें तो बाबा बिना एसी के रहते हैं..। कोई भी आश्रम बाबा के नाम नहीं है। वकील का कहना है कि बाबा कारोबारी नहीं है। लेकिन उनके सूट बूट उनका रहन सहन तो कुछ और ही कहानी कहते हैं। वकील एपी सिंह तो कोई और ही राग अलापते नजर आए। बाबा के वकील सिंह का कहना है कि बाबा के नाम पर कुछ भी नहीं है। वो वो सिर्फ गेस्ट के तौर पर जहां उन्हें बुलाया जाता है। वो वहां जाते हैं। उनके नाम पर कुछ भी नहीं है।
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इस वक्त बाबा कहां हैं?
एपी कहते हैं कि नारायण साकार हरि भारत में है ना किसी एयरपोर्ट पर भागते हुए मिलेंगे, ना भेष बदले हुए मिलेंगे, ना नेपाल भागते हुए मिलेंगे, ना बेसमेंट में ना मिलेंगे ना आकाश में मिलेंगे जब भी इन्वेस्टिगेशन एजेंसी बुलाएंगे एजेंसी को जरूरत होगी वो हाजिर होंगे।
किसी राजनेता के लिए कोई काम नहीं किया
हादसे के बीच अखिलेश यादव के साथ उनकी तस्वीर बहुत ज्यादा वायरल हो रही थी। जिससे बाबा और राजनीतिक कनेक्शन भी जोड़ा जा रहा था। इसी को लेकर उनके वकील से हमारे चैनल सच जानने की कोशिश की। जिसपर सिंह कहते हैं आज तक किसी भी राजनेता के लिए बाबा ने ना वोट मांगे हैं, ना नोट मांगे हैं। किसी भी नेता से कोई लेना देना नहीं है। कभी कोई राजनीतिक अभिलाषा में नहीं रही है। हालांकि इस मामले पर अखिलेश यादव ने भी अपना पक्ष रखते हुए इसे बीजेपी का अपना एजेंडा बताया और मामले से कोई कोई लेना देना नहीं है ऐसा कहा है। ।
‘बाबा के आश्रम का जल गंगा से भी पवित्र’
बाबा अपने पेंशन के पैसों से अपना और अपनी पत्नी का जीवन गुजर बसर करते हैं। अपने आश्रम में रहते हैं। कभी किसी दिया नहीं खाते हैं। कभी किसी के लिए फायदे के लिए कोई
आयोग का गठन
सूरजपाल (नारायण साकार विश्व हरि) के सत्संग के बाद भगदड़ मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। यह आयोग शनिवार को हाथरस आएगा। आयोग का गठन इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ब्रिजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में किया गया है। इसमें पूर्व आईएएस अधिकारी हेमंत राव और पूर्व आईपीएस अधिकारी भावेश कुमार सिंह भी शामिल हैं।