India News (इंडिया न्यूज़), Himachal Pradesh, शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने बारिश की चेतावनी के बीच पूरे राज्य को अलर्ट पर रखा है। मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया (Himachal Pradesh) सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि सभी उपायुक्तों को अलर्ट पर रखा गया है और वे बारिश की आपदा से निपटने के लिए तैयार हैं। पिछले छह दिनों में अब तक रुपये का नुकसान हो चुका है। 219.54 करोड़ का अनुमान लगाया गया है और 20 लोगों की जान गई है।

  • अब तक करोड़ो का नुकसान
  • 30 सड़के बंद
  • 88 जलापूर्ति योजनाएं बाधित

राज्य में लगभग 30 सड़कें बंद हैं, 88 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं और 11 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं। 24 जून को मानसून आने के बाद से बाढ़ के कारण पांच घर, 21 गौशालाएं और दो दुकानें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं, 30 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और 352 मवेशियों की भी मौत हो गई।

सभी नदियों पर अलर्ट

सभी नालों और नदी तटों पर अचानक बाढ़ आने की संभावना है। इस संबंध में एक सलाह जारी की गई है। हम राज्य के कुछ हिस्सों में अच्छी तरह से तैयार हैं। पानी और बिजली की आपूर्ति बाधित है और इसे भी बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। सभी जिलों को पूरे मानसून सीजन के लिए अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।

गार्ड तैनात रहेंगे

गुरुवार को शिमला पुलिस ने कहा कि वह क्षेत्र में डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए जिले में नदियों के किनारों पर गार्ड तैनात करेगी। क्षेत्र में चल रहे मानसून के मौसम और भारी बारिश के कारण डूबने के मामलों में वृद्धि के बीच यह कदम उठाया गया। इस संबंध में जिला शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने कहा कि नदियों के पास रिवर गार्ड के साथ-साथ साइनेज भी लगाए जाएंगे, जिसमें नदी के किनारे न जाने का उल्लेख होगा।

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