India News (इंडिया न्यूज़),Biparjoy Cyclone,दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवाती तूफान बिपरजोय की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। गृह मंत्री अमित शाह ने विज्ञान भवन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षती भी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आप लोगों ने रिकॉर्ड स्तर पर जो अपना बयान रखा है, उसका मेरा विभाग बिंदुवार अध्यन कर राज्यों को प्रतिक्रिया देगा। इस पर आने वाले समय में क्या-क्या कार्यवाही हो सकती है, इस पर चर्चा करेंगे।
नए क्षेत्रों में भी आपदा का अनुभव
पिछले 9 वर्षों में केंद्र सरकार और राज्यों ने इस क्षेत्र में बहुत कुछ हासिल किया है। इससे कोई इंकार नहीं कर सकता। लेकिन हम संतुष्ट नहीं रह सकते क्योंकि आपदाओं ने अपना रूप बदल लिया है और उनकी आवृत्ति और तीव्रता बढ़ गई है। हमें और व्यापक योजना बनानी होगी। कई प्रकार के नए क्षेत्रों में भी आपदा का अनुभव आ रहा है। इन सभी के लिए हमें अपने आप को तैयार करना पड़ेगा।
तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ का खतरा
बता दें एक बार फिर तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग की माने तो बिपरजॉय और भी भयानक रूप ले सकता है। चक्रवात बिपरजोय अरब सागर में केंद्रित है। यह पोरबंदर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 450 किमी की दूरी पर है। हमारा पूर्वानुमान इसके उत्तर में बढ़ने का है। यह 15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा, जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा का पूर्वानुमान लगाई है। मौसम विज्ञान महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि 15 जून को सबसे अधिक खतरा है और सब लोगों को घर के अंदर सुरक्षित स्थान पर रहें। इसके आने से पेड़, बिजली के खंबे, सेलफोन टॉवर उखड़ सकते हैं जिसकी वजह से बिजली और दूरसंचार में व्यवधान आ सकता है। इसकी वजह से खड़ी फसलों का भी नुकसान होगा।
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