India News (इंडिया न्यूज), Home Ministry Action: गृह मंत्रालय ने शुक्रवार (2 अगस्त) को बीएसएफ के दो अधिकारियों पर कड़ा एक्शन लिया। उन्हें उनके पदों से हटा दिया है। डीजी बीएसएफ नितिन अग्रवाल को डीजी पद से मुक्त कर दिया गया है। उन्हें उनके मूल कैडर यानी केरल कैडर में वापस भेज दिया गया है। वहीं, स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया को भी हटाकर ओडिशा कैडर में वापस भेज दिया गया है। वहीं केंद्र सरकार ने अचानक केरल कैडर में वापसी के बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन माना जा रहा है कि जम्मू सेक्टर में घुसपैठ बढ़ने के कारण नितिन अग्रवाल को बीएसएफ प्रभार से मुक्त किया गया है। बीएसएफ जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी के कुछ हिस्सों की सुरक्षा करता है।

अफसरों पर क्यों की गई कार्रवाई?

बता दें कि, ओडिशा कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अफसर खुरानिया अरुण सारंगी की जगह ओडिशा के नए शीर्ष पुलिस अधिकारी होंगे। उन्हें वापस ओडिशा भेजने का फैसला जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के मद्देनजर बीएसएफ के सामने आने वाली चुनौतियों को देखते हुए लिया गया है। वहीं अमित मोहन प्रसाद को सीआरपीएफ का स्पेशल डीजी नियुक्त किया गया है।

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दरअसल, खुरानिया जम्मू सीमांत क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उन्होंने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। यह बैठक जम्मू सीमांत क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा पार से घुसपैठ के कथित खतरे के मद्देनजर हुई। खुरानिया ने एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें आईजी बीएसएफ जम्मू, आईजी बीएसएफ कश्मीर और जम्मू फ्रंटियर के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

कौन हैं नितिन अग्रवाल?

नितिन अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने पिछले साल जून में सीमा सुरक्षा बल के नए महानिदेशक का पदभार संभाला था। उन्होंने पंकज कुमार सिंह का स्थान लिया, जो 31 दिसंबर, 2022 को सेवानिवृत्त हुए थे। सिंह की सेवानिवृत्ति के बाद से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक सुजॉय लाल थाउसेन अतिरिक्त पद पर बीएसएफ का नेतृत्व कर रहे हैं।

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