India News (इंडिया न्यूज),What is Exit Poll:70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के लिए मतदान पूरा हो चुका है। शाम 6 बजे तक 57.89 फीसदी मतदान हुआ। यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि कई मतदाता मतदान समाप्त होने (शाम 6 बजे) तक लाइन में खड़े थे। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। इससे पहले एग्जिट पोल के अनुमान आ गए हैं, जो बीजेपी के लिए खुशखबरी और आम आदमी पार्टी के लिए टेंशन लेकर आए हैं। पोल ऑफ पोल्स ऑफ एग्जिट पोल्स में बीजेपी बहुमत का आंकड़ा पार करती दिख रही है।
बीजेपी को 39 और आम आदमी पार्टी को 30 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, कांग्रेस को बमुश्किल एक सीट मिलने का अनुमान है। अगर ये अनुमान 8 फरवरी को नतीजों में बदलते हैं तो बीजेपी 2 दशक बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करेगी।जानिए दिल्ली का एग्जिट पोल कैसे तैयार होता है, यह ओपिनियन पोल से कितना अलग है और इसको लेकर चुनाव आयोग की क्या गाइडलाइन है।
क्या है एग्जिट पोल?
एग्जिट का सीधा मतलब होता है बाहर जाना। इसे तैयार करने का तरीका भी यहीं से शुरू होता है। चुनाव में वोट देने के बाद जब कोई मतदाता पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो उससे सवाल-जवाब के जरिए पूछा जाता है कि उसने किस पार्टी या उम्मीदवार को वोट दिया। इसके लिए एग्जिट पोल कराने वाली एजेंसियां अपने एजेंट को पोलिंग बूथ के बाहर खड़ा रखती हैं।
आमतौर पर पोलिंग बूथ पर हर 10वें मतदाता से सवाल पूछे जाते हैं। अगर पोलिंग बूथ बड़ा है तो हर 20वें मतदाता से सवाल पूछे जाते हैं। मतदाताओं से मिली जानकारी का विश्लेषण किया जाता है और यह बताने की कोशिश की जाती है कि चुनाव के नतीजे कैसे रहेंगे? कौन जीत सकता है और कौन हार सकता है।
5 चरणों में तैयार होता है एग्जिट पोल
एग्जिट पोल तैयार करने के 5 चरण होते हैं।
सैंपलिंग
इस चरण में सर्वेक्षण एजेंसियां मतदान केंद्रों का चयन करती हैं, जहां से मतदाताओं की राय ली जाती है।
सवाल और जवाब
दूसरा चरण सवाल और जवाब तय करना होता है। एजेंसी तय करती है कि मतदाताओं से कौन से सवाल पूछे जाएंगे और क्यों? इन सवाल और जवाब में मतदाता की उम्र, लिंग, उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया और क्यों, उनके फैसले को किसने प्रभावित किया? ऐसे कई सवाल होते हैं।
डेटा संग्रह
तीसरा चरण डेटा संग्रह है। मतदाता के सवाल और जवाब की मदद से डेटा एकत्र किया जाता है।
आंकड़ों का विश्लेषण
चौथे चरण में प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है। कौन सी पार्टी कहां जीत सकती है, पार्टी या मतदान केंद्र के हिसाब से जानकारी तैयार की जाती है।
एग्जिट पोल
पांचवां और आखिरी चरण इसकी त्रुटियों को दूर करने के बाद इसे जारी करना होता है। आमतौर पर एग्जिट पोल तैयार करने वाली एजेंसियां मीडिया संगठनों के जरिए इसे जारी करती हैं।
कुछ मीडिया संगठन अपने खुद के एग्जिट पोल तैयार करते हैं, जिन्हें मतदान के बाद जारी किया जाता है, ताकि मतदान पर इसका असर न पड़े। चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक, मतदान खत्म होने के बाद भी इसे जारी किया जाएगा।
एग्जिट पोल बनाम ओपिनियन पोल
ओपिनियन पोल के जरिए वोटिंग से पहले लोगों का मूड परखा जाता है। ये चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले जारी किए जाते हैं। ये एक तरह का प्री-पोल सर्वे होता है जो बताता है कि उस राज्य या देश के लोग क्या सोचते हैं, उनके लिए क्या बड़ा मुद्दा है। इसमें कोई भी शामिल हो सकता है, चाहे वो वोटर हो या न हो। आचार संहिता लगते ही इस पर रोक लग जाती है।
एग्जिट पोल वोटिंग के बाद तैयार किया जाता है। इसमें सिर्फ वोट डालने के बाद बाहर निकल रहे वोटर ही शामिल होते हैं। इसे वोटिंग खत्म होने के बाद ही जारी किया जाता है।
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