India News (इंडिया न्यूज़), Hum Mahilayen, दिल्ली: आईटीवी नेटवर्क की तरफ से हम महिलाएं कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। हरियाणा के फरीदाबाद में मिलन वाटिका में महिलाओं से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। कार्यक्रम में हम महिलाएं की फाउंडर ऐश्वर्या पंडित शर्मा ने शर्मी ने कार्यक्रम को शुरू करने की कहानी बताई।

उन्होंने कहा कि सब कोई हमें बताते रहते है की औरतों को क्या चाहिए, अगर हम किसी घर में जाए और पूछे की औरतें को क्या चाहिए तो पुरुष बताते है की उन्हें क्या चाहिए। कभी महिलाएं नहीं बताती है। यह प्लेटफॉर्म है महिलाओं से जानने के लिए की महिलाएं क्या चाहती है, उन्ही की जुबानी। महिलाओं को क्या चाहिए यह जाने बिना हम आगें नहीं बढ़ सकते है क्योंकि वह इस समाच की रीढ़ की हड्डी है।

आमतौर पर चर्चा नहीं होती

हम महिलाएं ऐसे मुद्दों पर भी चर्चा करता है। जिसपर आमतौर पर चर्चा करने से लोग घबराते है। चाहे मेंसुरेशन हो, यौन उत्पीड़न हो, घरेलू उत्पीड़न हो, काम वाली जगह पर बुरा व्यहवार हो। इन सब को समझना बहुत मुश्किल होता है। शादी के बाद महिलाओं के लिए जो परेशानी होती है। उसमें बच्चों को संभालना और फिर उस पर बात सुनना। उनकी बातों को रोज संभालने के लिए आपको कैसा डील करना प्लेटफॉर्म उस बारें में है।

अपना फैसला खुद लेना

हम महिलाएं प्लेटफॉर्म है की महिलाएं अपना फैसला खुद ले। वह घर बैठना चाहती है, काम करना चाहती है, बाहर जाना चाहती है। वह किस उम्र में शादी करना चाहती है, किस उम्र में बच्चे पैदा करना चाहती है यह फैसला उनका होना चाहिए। महिलाएं अपना फैसला खुद ले, महिलाओं के बिना न तो घर चल सकता ना ही ऑफिस चल सकता है। महिलाएं ज्यादा सशक्त और अनुशासित साबित हो रही है। हमें एक दूसरे का पीछे नहीं खींचना है, हमें एक-दूसरे का सहारा बनना है।

हम चांद पर जा रहे है, हम देश की लीडरशिप में जा रहे है। हम प्रेदश की लीडरशिप में जा रहे है। महिलाओं के बिना कुछ नहीं है और अपने आप को किसी के कम नहीं समझे।

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