India News (इंडिया न्यूज़), Hum Mahilayen, दिल्ली: आईटीवी नेटवर्क की तरफ से हम महिलाएं कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। हरियाणा के फरीदाबाद में मिलन वाटिका में महिलाओं से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। इस कड़ी में आईसीएस डायरेक्टर और शिक्षिका बबीता त्यागी ने महिलाओं के शिक्षा को लेकर अवसर और चुनौतियों पर बात की।

बबीता त्यागी ने कहा कि अगर आपका सपना बड़ा है तो धर्य और सहन शक्ति के साथ मेहनत करने से कोई भी सपना प्राप्त किया जा सकता है। ये बाद सच है कि भारत के समाज में आज भी सघर्ष से ही महिलाएं आगे बढती है। उन्होंने कहा कि अगर धर्य के साथ अपने सपने पर चला जाएं तो भारत की हर बेटी जीवन में सफलता हासिल कर सकती है।

उन्होंने महिलाओं और पुरुषों पर बोलते हुए कहा कि बेटे और बेटी समान है क्योंकि समाज गाड़ी की तरह है अगर चारों पहिए सही रहेंगे तभी गाड़ी चलेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए पहले पिता और भाई का हाथ होता है और शादी के बाद अगर परिवार सहयोग देने वाला होता है तभी महिलाएं सफल होती हैं।

किताबों में विश्व इतिहास को जोड़ने पर दिया जोर

उन्होंने नई शिक्षा नीति के बदलाव पर सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने किताबें काफी अच्छी और खुबसूरत बनाई है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति पर इतनी अच्छी किताबे अब तक स्कूलों में नहीं आई थी। उन्होंने 9वीं और 10वीं किताबों लेकर कहा कि अच्छा होता इन किताबों में भारतीय संस्कृति के साथ विदेशी इतिहास के बारें में भी बच्चों के बताया जाता। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड वॉर, जर्मनी का बनाना, इटली का एकिकरण अगर किताबों से हजाया जाएगा तो बच्चों की ग्रोथ पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है। क्योंकि ये जमाना ग्लोबलाइजेशन का है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में शिक्षकों की काफी कमी है।

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