India News (इंडिया न्यूज़), Human trafficking, गुवााहटी: पूर्वोत्तर रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा विभिन्न ट्रेनों और स्टेशनों पर चल रहे चेकिंग और अभियान के दौरान कम से कम 42 बच्चों को बचाया गया। आरपीएफ ने 16 मई से 22 मई तक चलाए गए बचाव अभियान के दौरान विभिन्न रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों से मानव तस्करी में शामिल दो व्यक्तियों को भी पकड़ा।

  • एक हफ्ते विशेष अभियान चलाया गया
  • आरपीएफ की विशेष नजर
  • बच्चों को चाइल्ड होम भेजा गया

एनएफ रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने कहा कि कटिहार, पूर्णिया, बारसोई, कुमेदपुर, न्यू बोंगाईगांव, रंगिया, कामाख्या, गुवाहाटी, मरियानी, तिनसुकिया, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यू तिनसुकिया और दीमापुर रेलवे स्टेशनों के विभिन्न स्थानों पर अभियान चलाया गया। बचाए गए सभी लोगों को बाद में उचित सत्यापन के बाद सुरक्षित हिरासत और परिवार के सदस्यों के मानदंडों के अनुसार संबंधित चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया।

चाइल्ड लाइन भेजा गया

हाल ही में 22 मई की एक घटना में कटिहार के आरपीएफ ने मेरी सहेली टीम के साथ कटिहार रेलवे स्टेशन पर एक अभियान चलाया और एक भागे हुए नाबालिग लड़के को बचाया। बाद में बचाए गए लड़के को सुरक्षित अभिरक्षा और आवश्यक कार्रवाई के लिए चाइल्ड लाइन/कटिहार को सौंप दिया गया।

सुंयुक्त कार्रवाई भी की गई

दीमापुर की आरपीएफ टीम ने 21 मई को दीमापुर रेलवे स्टेशन से तीन नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया था। बाद में नाबालिगों को आगे की कार्रवाई के लिए चाइल्ड लाइन, दीमापुर को सौंप दिया गया। बाद में उनके माता-पिता को भी सूचित किया गया। इसी तरफ, 17 मई को आरपीएफ ने बाल बचाओ आंदोलन टीम और पूर्णिया की जीआरपी के साथ संयुक्त रूप से पूर्णिया रेलवे स्टेशन पर एक सफल अभियान चलाया और सात नाबालिग लड़कों को सफलतापूर्वक बचाया और स्टेशन परिसर से दो मानव तस्करों को भी पकड़ा।

कड़ी नजर बनाए हुए

बाद में उन तस्करों को बचाए गए लड़कों के साथ आगे की कार्रवाई के लिए जीआरपी/पूर्णिया को सौंप दिया गया। रेलवे सुरक्षा बल मानव तस्करी में शामिल संदिग्ध व्यक्तियों के साथ-साथ संदिग्ध तरीके से बच्चों की आवाजाही, अकेले यात्रा करना, बिना उचित अभिभावक के यात्रा पर कड़ी नजर रख रहा है।

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