India News (इंडिया न्यूज), Operation Sindoor: भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात एक बड़ी सैन्य कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। इस मिशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। हमलों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख गढ़ों को निशाना बनाया गया।
हमले की प्रमुख उपलब्धियां
इन मिसाइल हमलों में 90 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की सूचना है। मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य भी शामिल हैं, जिनमें उसकी पत्नी भी है। हालांकि, मसूद अजहर खुद इस हमले में बच गया।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा, “भारत ने आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार ठिकानों को खत्म करने के लिए सख्त और निर्णायक कार्रवाई की है। यह हमला पाकिस्तान के उन आतंकी बुनियादी ढांचों पर किया गया, जहां से भारत के खिलाफ साजिशें रची जा रही थीं।”
हमले का विवरण
यह हमला 6 और 7 मई की दरमियानी रात को हुआ, जब पाकिस्तान में ज्यादातर लोग सो रहे थे। अचानक, पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में आतंकी ठिकानों पर एक के बाद एक मिसाइलें गिरने लगीं। इन हमलों ने पूरे इलाके में खौफ पैदा कर दिया।
चश्मदीदों का बयान
मुजफ्फराबाद के एक युवक ने ‘बीबीसी उर्दू’ से कहा, “मैं अपनी छत पर लेटा हुआ था, तभी दो मिसाइलें हमारे ऊपर से गुजरीं और पास के इलाके में गिर गईं। मिसाइल गिरने के बाद पूरे आसमान में लाल रोशनी फैल गई।”
एक अन्य चश्मदीद मोहम्मद बिलाल, जो नांगल सहदान गांव का निवासी है, ने कहा, “मैं रात को कॉल सुनने के लिए छत पर था, तभी मैंने एक मिसाइल को गिरते देखा। विस्फोट इतना जोरदार था कि मैं डर के मारे घर से भागकर मस्जिद में पहुंच गया।”
निशाना बने प्रमुख ठिकाने
हमले में मुरीदके स्थित शैक्षणिक परिसर को भी निशाना बनाया गया, जहां लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय बताया जाता है। मरकज तैय्यबा मस्जिद और जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण केंद्रों पर भी बमबारी की गई।
पाकिस्तान में खलबली
हमले के बाद पाकिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कई प्रमुख शहरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। स्थानीय निवासियों ने आतंकित होकर अपने घरों से बाहर निकलकर मस्जिदों और सुरक्षित स्थानों की ओर रुख किया।
पहलगाम हमला
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने घातक हमला किया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। यह हमला भारतीय जनता के लिए बेहद दुखद और आक्रोशजनक था। इसके बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लिया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत इस जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारतीय कार्रवाई के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बढ़ने की संभावना है। कई देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।