ICICI-Videocon Loan Case: लोन फ्रॉड के आरोपि ICICI बैंक की पूर्व MD और CEO चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के फाउंडर वेणुगोपाल धूत को सीबीआई रिमांड खत्म होने के बाद 10 जनवरी तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है। आज इन तीनों की सीबीआई कस्टडी खत्म हो रही थी।
आपको बता दें की लोन फ्रॉड मामले में चंदा कोचर और दीपक कोचर को 23 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई को 26 दिसंबर तक लिए दोनों की कस्टडी मिली थी। इसके बाद 26 दिसंबर को दीपक कोचर और चंदा कोचर को स्पेशल कोर्ट में पेश करने से पहले सीबीआई ने वीडियोकॉन ग्रुप के फाउंडर वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया। स्पेशल कोर्ट ने तीनों को 28 दिसंबर तक सीबीआई की कस्टडी में भेजा और आज 29 तारीख को तीनों आरोपियों को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला ?
दीपक और चंदा कोचर पर ICICI बैंक पर करोड़ो के लोन की चपत लगाने का मामला है। दरअसल इस लोन फ्राड मामले में ICICI बैंक के अलावा चार अन्य कंपनियां शामिल है। दीपक कोचर की कंपनी पिनेकल एनर्जी, वेणुगोपाल धूत की कंपनी वीडियोकॉन, धूत की ही एक और कंपनी सुप्रीम एनर्जी, वेणुगोपाल धूत और दीपक कोचर की बनाई कंपनी नूपावर शामिल है।
इस जटिल मामले को शुरुवात से एक-एक कर समझये
- सबसे पहले साल 2008 में 50-50 प्रतिशत की पार्टनशिप में वेणुगोपाल धूत और दीपक कोचर ने नूपावर के नाम से एक कंपनी बनाई।
- साल 2009 में धूत ने नूपावर के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया और अपने पार्टनर दीपक कोचर को पूरी कंपनी सौंप दी।
- साल 2010 में कोचर की नूपावर को पैसों की जरुरत थी इसीलिए धूत की ही दूसरी कंपनी सुप्रीम एनर्जी से 64 करोड़ का लोन ले लिया। धूत ने ये 64 करोड़ रुपय देने से पहले ही बैंक से 300 करोड़ रुपए का लोन लिया था और उसी में से 64 करोड़ रुपय दिए।
- धूत ने इस शर्त पर लोन दिया की नूपावर के शेयर्स सुप्रीम एनर्जी में ट्रांसफर होंगे।
- जैसे नूपावर की शेयर्स ट्रांसफर हुई धूत के पास वापस नूपावर की कमान आ गई जिसे 2009 में उन्होंने छोड़ा था।
- साल 2011 में सुप्रीम एनर्जी ने नूपावर को अपने पार्टनर महेश चंद्र पुगलिया को ट्रांसफर कर दिया।
- साल 2012 में धूत की कंपनी वीडियोकॉन ने ICICI बैंक से 3,250 करोड़ का लोन लिया।
- लोन देने वाली कमेटी में दीपक कोचर की पत्नी और ICICI बैंक की MD और CEO चंदा कोचर शामिल थी।
- साल 2013 में पुगलिया ने नूपावर को दीपक कोचर की पिनेकल एनर्जी को सिर्फ 9 लाख रुपय में बेच दिया।
- अब जैसे ही वेणुगोपाल धूत ने 3,250 करोड़ के लोन को NPA घोषित किया, मामला उजागर हो गया।