India News (इंडिया न्यूज), Uniform Civil Code: उत्तराखंड के मौलाना यूसीसी लागू होने से भड़के हुए हैं। उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। मौलानाओं का कहना है कि मोदी सरकार मुसलमानों का दर्जा कम करने में लगी हुई है। उनके मुताबिक यूसीसी उन पर थोपी जा रही है। हाल ही में एक महिला पत्रकार से बात करते हुए मौलानाओं ने कई तरह की आशंकाएं जाहिर कीं।

इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मौलाना कहते हैं कि यूसीसी लागू करने से पहले उलेमा से सलाह ली गई। इसे लेकर अलग-अलग जगहों पर बैठकें की गईं। हमने इन बैठकों में साफ कर दिया कि इस्लाम हमारी रगों में है और हम इसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ सकते।

हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे

आगे मौलाना कहते हैं कि इसमें एक कानून बनाया गया है कि अब कोई मामा की बेटी और मौसी की बेटी से शादी नहीं कर सकता, लेकिन हमारी शरीयत हमें इसकी इजाजत देती है। अगर कोई अपनी पत्नी को तलाक दे देता है तो उस तलाकशुदा महिला को 3 महीने तक इद्दत करनी होती है, लेकिन यूसीसी में यह सब खत्म कर दिया गया है। हम अपनी शरीयत में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं कर सकते।

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नहीं कर पाएंगे किसी से शादी

आपको बता दें कि यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी यूसीसी लागू होने के बाद मुस्लिम पुरुषों के लिए किसी से शादी करना आसान नहीं होगा। यूसीसी में 74 ऐसे रिश्तों का जिक्र है, जिनमें न तो कोई शादी कर सकता है और न ही उनके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह सकता है। अगर वे ऐसा करते हैं तो सबसे पहले उन्हें मौलानाओं को इसकी जानकारी देनी होगी। रजिस्ट्रार को भी इसकी जानकारी देनी होगी। रजिस्ट्रार तय करेंगे कि रिश्ता सार्वजनिक नैतिकता के खिलाफ है या नहीं। नियमों के खिलाफ पाए जाने पर रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा।

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