India News (इंडिया न्यूज), Saving Account: आयकर विभाग ने हाल ही में सेविंग अकाउंट धारकों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इन नियमों का पालन करना सभी बैंक ग्राहकों के लिए अनिवार्य है। यदि आप अपने बचत खाते (सेविंग अकाउंट) में नकद राशि जमा करते हैं, तो इन गाइडलाइंस को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। इन नियमों के तहत वित्तीय वर्ष में नकद राशि जमा करने की एक सीमा निर्धारित की गई है, जिसे पार करने पर आपको भारी टैक्स और पेनाल्टी का सामना करना पड़ सकता है। आइए, इन गाइडलाइंस को विस्तार से समझते हैं।

सेविंग अकाउंट में नकद राशि जमा करने की सीमा

भारतीय रिजर्व बैंक और आयकर विभाग के अनुसार, एक वित्तीय वर्ष में सेविंग अकाउंट में अधिकतम 10 लाख रुपये तक की नकद राशि जमा की जा सकती है। यदि आप इस सीमा से अधिक नकद राशि जमा करते हैं, तो आपको आयकर विभाग को इसकी सूचना देनी होगी। इसके साथ ही, 10 लाख रुपये से अधिक जमा की स्थिति में आय के स्रोत (सोर्स ऑफ इनकम) की जानकारी देना अनिवार्य होगा। यदि आप आय का स्रोत स्पष्ट नहीं करते हैं, तो विभाग आपके जमा की गई राशि पर 60% टैक्स वसूल सकता है।

महाकुंभ में महिलाओं के नहाने का अभद्र वीडियो बनाकर बेचने वाले अपराधियों पर कड़े एक्शन लेने की हुई तैयारी, UP पुलिस ने ली मेटा की मदद

नए गाइडलाइंस के प्रमुख बिंदु

  1. 10 लाख रुपये से अधिक जमा पर टैक्स यदि आप अपने सेविंग अकाउंट में एक वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा करते हैं, तो आपको आयकर विभाग को इसकी संपूर्ण जानकारी देनी होगी। आय का स्रोत न बताने पर जमा राशि पर 60% टैक्स लागू किया जाएगा।
  2. नकद जमा करने की सीमा पहले सेविंग अकाउंट में एक बार में 50,000 रुपये या उससे अधिक जमा करने पर पैन नंबर अनिवार्य था। लेकिन अब यह सीमा बढ़ाकर 2,50,000 रुपये कर दी गई है। इसका मतलब यह है कि अब 2.5 लाख रुपये तक की नकद राशि जमा करते समय आपको पैन नंबर देना होगा।
  3. आयकर रिटर्न दाखिल करना जरूरी 10 लाख रुपये से अधिक की नकद जमा की स्थिति में आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करना अनिवार्य होगा। साथ ही, इस राशि का स्रोत स्पष्ट करना होगा। यदि आप ऐसा करने में असमर्थ रहते हैं, तो जमा की गई राशि पर 60% टैक्स और जुर्माना लगाया जा सकता है।

ब्राह्मण लड़की के 20 लाख, दलित के 10’…लव जिहाद की खौफनाक साजिश हुई लीक, नमाज की ट्रेनिंग के बाद कैसे होता था धर्मातरण का खेल?

बैंक ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

  • नियमों का पालन करें: आयकर विभाग के नियमों का पालन करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। इससे आप भारी जुर्माने और कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं।
  • आय का स्रोत स्पष्ट करें: यदि आप बड़ी नकद जमा कर रहे हैं, तो आय का स्रोत स्पष्ट करना न भूलें। यह सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी आवश्यक दस्तावेज हों।
  • पैन नंबर अनिवार्य: नकद जमा की सीमा 2.5 लाख रुपये से अधिक होने पर पैन नंबर का उपयोग करें।
  • आयकर रिटर्न दाखिल करें: अपनी जमा की गई राशि और अन्य आय विवरण को आयकर रिटर्न में सही-सही दिखाएं।

5 साल में बदलने पड़े थे 3 CM, तब से और अब में BJP हुई कितनी मजबूत, जाने कैसै पार्टी के लिए तुरुप का इक्का साबित होंगी रेखा गुप्ता

बचत खाते के नियम क्यों हैं महत्वपूर्ण?

आयकर विभाग द्वारा समय-समय पर गाइडलाइंस जारी करना सरकार की राजस्व संग्रह नीति का हिस्सा है। यह नियम नकद लेनदेन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और काले धन (ब्लैक मनी) पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं।

यदि आप सेविंग अकाउंट धारक हैं, तो इन गाइडलाइंस का पालन करना न केवल आपकी कानूनी जिम्मेदारी है, बल्कि यह आपके आर्थिक भविष्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। 10 लाख रुपये से अधिक नकद जमा करने से पहले अपनी आय का स्रोत स्पष्ट करें और आयकर विभाग को समय पर सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करें। नियमों का पालन करके आप भारी टैक्स और पेनाल्टी से बच सकते हैं और वित्तीय स्थिरता बनाए रख सकते हैं।

मंच रेखा गुप्ता का समां लूट ले गए PM Modi के ‘हनुमान’, Video ने दिल्ली से साउथ तक को हिला डाला