India News (इंडिया न्यूज), India Aircraft Tax: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने सोमवार (15 जुलाई) से सभी विमानों और विमान इंजन भागों पर 5 प्रतिशत की एक समान IGST दर लागू करने की घोषणा की है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, यह निर्णय भारत के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल उद्योग को वैश्विक विमानन केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। क्योंकि इससे परिचालन लागत में कमी आएगी, कर क्रेडिट के मुद्दे हल होंगे और निवेश आकर्षित होगा।

नागरिक उड्डयन मंत्री ने क्या कहा?

किंजरापु राममोहन नायडू ने कहा कि MRO वस्तुओं पर एक समान 5 प्रतिशत IGST दर की शुरूआत विमानन क्षेत्र के लिए एक बड़ा बढ़ावा है। इससे पहले, विमान घटकों पर 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की अलग-अलग GST दरों ने चुनौतियों का सामना किया। जिसमें उलटा शुल्क ढांचा और MRO खातों में GST संचय शामिल है। यह नई नीति इन असमानताओं को समाप्त करती है, कर संरचना को सरल बनाती है और MRO क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में हम आत्मनिर्भर भारत पहल के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत को एक अग्रणी विमानन केंद्र में बदलने के लिए उनका समर्थन इस नीति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहा है।

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भारत इस क्षेत्र में पा रहा नया मुकाम

नागरिक उड्डयन मंत्री ने भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय एमआरओ उद्योग के 2030 तक 4 बिलियन डॉलर का उद्योग बनने का अनुमान है। यह नीति परिवर्तन एमआरओ सेवाओं के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और सतत विकास सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आधिकारिक बयान के अनुसार, मंत्रालय को विश्वास है कि इस कदम से भारतीय एमआरओ क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। नवाचार और दक्षता को बढ़ावा मिलेगा तथा एक मजबूत और कुशल विमानन क्षेत्र का निर्माण होगा।

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