India News (इंडिया न्यूज़), India Delegation in Manipur: 26 राजनीतिक दलों से मिलकर बने विपक्षी गठबंधन के 21 नेताओं के प्रतिनिधिमंड दो दिवसीय मणिपुर राज्य का दौरा पूरा कर लिया। मणिपुर से लौटने के बाद एनसीपी (शरद पवार गुट) सांसद पी.पी. मोहम्मद फैजल ने कहा,”हमने जो कुछ भी देखा और सुना है वह हमारी उम्मीदों से परे है…उन लोगों को हुई पीड़ा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता…अगर सरकार ने शुरू में कार्रवाई की होती तो ऐसी स्थिति से बचा जा सकता था, सरकार मूकदर्शक बनी रही और ठीक से कार्रवाई नहीं की। हमने राज्यपाल से मुलाकात कर उनसे अनुरोध किया है कि वे एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल लाने और इन समुदायों के नेताओं को बुलाकर एक साथ बैठाने के लिए सरकार से बात करें।”

राज्यपाल से की मुलाकात

विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को भारत के पूर्वात्तर राज्य मणिपुर की राजधानी इंफाल और अन्य हिंसा ग्रिस्त रह चुके क्षेत्र में जाकर राहत शिवरों का दौरा किया। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में  शिवरों में जाकर कुकी और मैतई समुदाय से मुलाकात की। साथ ही आज (30 जूलाई) विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।

मानसून सत्र में लगातार हो रहा हंगामा

मानसून सत्र की शुरूआत हुई है तभी से विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलवार है। विपक्ष दोनों सदनों में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रही है। वहीं बीजेपी का कहना है कि वो चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन गृह मंत्री अमित शाह विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर पीएम मोदी के साथ विस्तृत चर्चा की मांग कर रही है। बता दें हाल ही में विपक्ष के द्वारा संसद में अविश्वास प्रस्ताव भी पेश किया गया है। जिसे स्पीकर ओम बिड़ला ने स्वीकार कर लिया और कहा कि चर्चा के बाद इसकी तारीख़ तय की जाएगी।

ये भी पढ़ें – सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है…विपक्ष कोई चर्चा नहीं चाहती…लोगों का पैसा बर्बाद हो रहा है: के लक्ष्मण