India News (इंडिया न्यूज),India Pakistan Relations: पाकिस्तान और भारत के बीच हुए विभाजन में कई सारी चिजें ऐसी हुई जो कि, सोंच से पड़े है। कई परिवार अलग हुए कितने लोगों की जान गई। इन सबके बीच विभाजन के 76 साल बाद मोहम्मद इस्माइल और उनकी चचेरी बहन सुरिंदर कौर भारत के जालंधर से करतारपुर गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंच कर दोनों ने मुलाकात की। दोनों भाई-बहन के मिलने के बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रह है। क्योंकि ये मिलन सोशल मीडिया के कारण संभव हो सकी। इसके बारे में पूरी जानकारी देते हुए लाहौर में एक पाकिस्तानी अफसर ने बताया कि करीब 76 साल पहले जालंधर के शाहकोट में यह परिवार रहता था, लेकिन दंगों ने उसे अलग कर दिया था।
करतारपुर साहिब के किए दर्शन
बता दें कि, दोनों भाई-बहन के मिलने के बाद दोनों परिवारों के साथ वे पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के करतारपुर पहुंचे। जहां भारत से सुरिंदर कौर और उनके परिवार के सदस्यों ने यहां धार्मिक अनुष्ठान भी किए। जानकारी के लिए बता दें कि, करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुरुद्वारा दरबार साहिब, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल, को भारत के पंजाब राज्य में गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक मंदिर से जोड़ता है। भारतीय सिख तीर्थयात्री 4 किमी लंबे गलियारे तक पहुंच सकते हैं और बिना वीजा के दरबार साहिब के दर्शन कर सकते हैं।
एक नजर
बता दें कि, इन सबके बीच दी जानकारी में ये साफ किया गया कि, दोनों भाई-बहन ने फोन पर बात करन के दौरान अपने मिलने की इच्छा जताई। इधर ऑस्ट्रेलिया के सरदार मिशन सिंह ने उनसे संपर्क किया और भरोसा दिलाया कि वे उनकी मदद करेंगे। कुछ दिन बाद मोहम्मद इस्माइल सिंह को उनकी बहन सुरिंदर कौर का टेलीफोन नंबर मिल गया और दोनों की फोन पर बात की। बुजुर्ग हो चुके भाई- बहन ने फोन पर चर्चा के बीच ही अपने मिलने के लिए करतारपुर कॉरिडोर के जरिए दरबार साहिब में मिलने का फैसला किया।
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