India News (इंडिया न्यूज), India 5th Gen Stealth Fighter Jet AMCA: भारत एक नहीं बल्कि पांच तरह के स्टील्थ फाइटर जेट विकसित करने जा रहा है। खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा की है। वहीं, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने AMCA प्रोजेक्ट की नई टाइमलाइन जारी की है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट के पांच प्रोटोटाइप तैयार किए जाएंगे। इसके बाद रक्षा मंत्रालय तय करेगा कि देश में कौन से और कितने प्रकार के स्टील्थ फाइटर जेट बनाए जाएंगे।
मंगलवार 27 मई को रक्षा मंत्रालय ने एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) परियोजना को मंजूरी दी और पहली बार हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के अलावा निजी कंपनियों को भी लड़ाकू विमान बनाने की अनुमति दी है।
एएमसीए परियोजना 2034 तक पूरी तरह से पूरी हो जाएगी
गुरुवार 29 मई को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष समीर कामथ ने कहा, “एएमसीए फाइटर जेट का प्रोटोटाइप 2029 तक तैयार हो जाएगा।” कामथ के अनुसार, एएमसीए 2034 तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा और 2035 तक वायुसेना में शामिल हो जाएगा।
रक्षा मंत्रालय जल्द ही एविएशन डिफेंस एजेंसी (ADA) AMCA डेवलपमेंट फेज के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी करेगी, जो किसी भी रक्षा सौदे के टेंडर के लिए पहला चरण होता है। इसके तहत सरकारी और निजी कंपनियां सबसे पहले AMCA फाइटर जेट का प्रोटोटाइप तैयार करेंगी।
कैसा होगा स्वदेशी AMCA प्रोजेक्ट?
एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA), एक मध्यम वजन का मल्टी-रोल, टू-इन, टू-इंजन एयरक्राफ्ट होगा, जिसे DRDO की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने डिजाइन किया है। करीब 25 टन वजनी इस पांचवीं श्रेणी के फाइटर एयरक्राफ्ट के प्रोजेक्ट के लिए कैबिनेट कमेटी ने 15 जून को एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) से मंजूरी मांगी है। पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सुरक्षा (सीसीएस) ने 15,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
शुरू में एडीए डीआरडीओ और एचएएल के साथ मिलकर स्वदेशी एमसीए बनाने की तैयारी कर रहा था। लेकिन इसे बनाने में करीब एक दशक का समय लग सकता है, यानी 2035 से पहले इसकी पहली उड़ान मुश्किल लग रही थी। यही वजह है कि रक्षा मंत्रालय ने अब इसमें निजी कंपनियों को भी शामिल किया है।