Indianews (इंडिया न्यूज), BrahMos missiles: भारत शुक्रवार को फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों और लॉन्चरों की पहली खेप देने के लिए तैयार है। बता दें, दोनों देशों में दो साल पहले लगभग 375 मिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए गये थे। अधिकारियों ने मामले की जानकारी गुरुवार को दी।
2022 में हुआ था एग्रीमेंट
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि भारतीय विमान इस खेप को दक्षिण-पूर्व एशियाई देश फिलीपींस के लिए उड़ेंगे। जनवरी 2022 में हुए इस सौदे को प्रमुख रक्षा हार्डवेयर के एक्सपोर्टर के रूप में उभरने के प्रयासों के लिए एक प्रोत्साहन के रूप में देखा गया था। यह भारत और रूस द्वारा विकसित ब्रह्मोस मिसाइल का पहला निर्यात ऑर्डर है। एचटी के मुताबिक फिलीपींस को डिलीवरी रोक दी गई थी क्योंकि दोनों देशों ने नॉन डिसक्लोजर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर नहीं किए थे।
2024-25 तक 35,000 करोड़ रुपये निर्यात लक्ष्य
भारत ने 2024-25 तक 35,000 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात लक्ष्य रखा है। रक्षा मंत्रालय ने 1 अप्रैल को कहा कि भारत का रक्षा निर्यात पिछले वित्त वर्ष में 32.5% बढ़ा और पहली बार 21,000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर गया क्योंकि देश स्वदेशी रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के साथ-साथ सैन्य निर्यात को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
85 देशों को सैन्य हार्डवेयर निर्यात कर रहा भारत
निजी क्षेत्र और रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (डीपीएसयू) ने क्रमशः 60% और 40% का योगदान दिया। देश वर्तमान में लगभग 85 देशों को सैन्य हार्डवेयर निर्यात कर रहा है, जिसमें लगभग 100 स्थानीय कंपनियां शामिल हैं। इसमें मिसाइलें, तोपें, रॉकेट, बख्तरबंद वाहन, अपतटीय गश्ती जहाज, व्यक्तिगत सुरक्षा गियर, विभिन्न प्रकार के रडार, निगरानी प्रणाली और गोला-बारूद शामिल हैं।
India Cruise Missile: भारत ने किया स्वदेशी क्रूज मिसाइल का परीक्षण, रक्षा मंत्री ने दी बधाई