Indian Government Clears In Parliament
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Indian Government Clears In Parliament भारत सरकार ने आज संसद में साफ कर दिया कि मुद्दों के शांतिपूर्वक हल के लिए भारत प्रतिबद्ध है लेकिन इसके लिए आतंकवाद और शत्रुता मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है। दरअसल विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन से राज्यसभा में मीडिया रिपोर्टों पर पक्ष रखने की मांग की गई थी। हाल ही की मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को फिर से शुरू किए जाने का समर्थन किया है। इस पर विदेश राज्य मंत्री ने उक्त जवाब दिया।
हमलों के बाद है तनावपूर्ण माहौल
गौरतलब है कि भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाया था। भारत की एयर स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए थे। इस वाकया के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे।
अनुच्छेद-370 हटाने के बाद भी रिश्तों में बढ़ी कड़वाहट
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के साथ ही कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद भारत-पाक के रिश्ते (relations with pakistan) और भी खराब हो गए थे। अगस्त 2019 में पाकिस्तान ने भारत से द्विपक्षीय व्यापार को भी सस्पेंड कर दिया था। कुछ फार्मास्युटिकल उत्पादों के व्यापार की इजाजत देकर बाद में हालांकि व्यापार पर बैन में आंशिक ढील दी थी।
आतंकवाद और वार्ता एक साथ नामुमकिन
केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह
भारत सरकार का शुरू से मानना रहा है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ जारी नहीं रह सकते हैं। हाल ही में केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया था कि पाकिस्तान के साथ बातचीत तभी हो सकती है जब बंदूकें शांत होंगी। भारत की ओर से बार बार यह स्थिति दोहराई गई है।
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