(इंडिया न्यूज़, Is the era of ‘work from home’ going to come again!): चीन समेत कई देशो में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के केस में काफी उछाल आ रहा है। इसी को लेकर भारत में इस महामारी को लेकर चिंता बढ़ गई है।
आपको बता दें, कोविड-19 से संक्रमण से बचाव को लेकर भारतीय उद्योग जगत भी अब सावधान हो रहे है। इस बीच कई कंपनियां फिर ‘वर्क फ्रॉम होम’ (WFH) यानी कर्मचारियों को घर से काम करने की इजाजत देने के विकल्प पर विचार कर रही हैं। गौरतलब है कि, अगर देश में कोरोना संक्रमण के चलते हालात बिगड़ते हैं तो टूरिज्म, हॉस्पिटेलिटी, रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनियां कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की इजाजत दे सकती हैं।
इतना ही नहीं पिछले हफ्ते, केंद्र सरकार ने दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड -19 परीक्षण अनिवार्य कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, करियरनेट के सीईओ अंशुमान दास ने कहा, “हॉस्पिटेलिटी, ऑटोमोबाइल, कमर्शियल ऑफिस, ट्रैवल और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर हाई अलर्ट पर होंगे।”
मंदी का डर के बीच कोरोना ने और डराया
बता दें कि चीन में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इतना ही नहीं, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और अमेरिका में मामले बढ़ रहे हैं। इंडस्ट्री से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि कोविड की खबर ऐसे समय में आ रही है जब पहले से ही वैश्विक मंदी की आशंका को लेकर कंपनियां नई भर्तियां नहीं कर रही हैं। वहीं मौजूदा हालात के चलते पर्यटन और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि, विनिर्माण और उपभोक्ता जैसे अन्य क्षेत्रों की कंपनियों ने लोगों को काम पर रखना बंद नहीं किया है।”